एसपी दफ्तर में जहर खाने वाले के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज
हनुमानगढ़Published: Apr 04, 2019 09:23:06 pm
https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
एसपी दफ्तर में जहर खाने वाले के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज
एसपी दफ्तर में जहर खाने वाले के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज
– ससुराल पक्ष पर परेशान करने का लगाया था आरोप
– पिछले माह 18 तारीख की घटना
हनुमानगढ़. ससुराल पक्ष पर परेशान करने व पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय में जहर खाने वाले युवक के खिलाफ जंक्शन पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पिछले माह 18 मार्च की इस घटना के संबंध में जंक्शन थाना प्रभारी अरविन्द भारद्वाज ने मामला दर्ज कराया है। थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 18 मार्च को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक जने के जहरीला पदार्थ सेवन करने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंच युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी जेब से मिले सुसाइड नोट के आधार पर उसकी पहचान जंक्शन की हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी रोहित (30) पुत्र प्रीतम सिंह रामगढिय़ा के रूप में हुई। युवक की हालत ठीक होने, उसके बयान लेने के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 309 के तहत मामला दर्ज किया है। इसकी जांच एसआई विशु वर्मा को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि रोहित धौंसी 18 मार्च की दोपहर एसपी कार्यालय में पहुंचा। एसपी से मिलने के बाद गुस्से से चिल्लाते हुए कहा कि पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही है। सुसराल वाले उसे प्रताडि़त कर रहे हैं। अब मरने के सिवा कोई चारा नहीं बचा है। इतना कहकर एसपी कार्यालय में सीढिय़ों के पास साथ लाई शीशी में भरा तरल पदार्थ गटक लिया। जब तक पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते युवक जहर गटक कर लुढ़क गया। उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। उसकी जेब से चार पेज का सुसाइड नोट मिला। उसमें लिखा था कि उसकी शादी पंजाब के बठिंडा की रहने वाली मंजू से दस वर्ष पूर्व हुई थी। शादी के बाद से ही उसकी पत्नी उसे ब्लैकमेल कर रही है। झूठा केस दर्ज करवा देती है। उसके इस कार्य में ससुराल पक्ष के अन्य लोग भी साथ देते हैं। उसका बड़ा भाई पंजाब पुलिस में है तथा दूसरा रेलवे में है। दोनों ही अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। वे पुलिस की धौंस दिखाकर पैसों के लिए ब्लैकमेल करते हैं। ससुराल पक्ष के लोगों ने उसके खिलाफ बठिंडा कोर्ट में घरेलू हिंसा का केस कर रखा है। उनकी डिमांड इतनी अधिक है कि वह पूरी नहीं कर सकता। सुसाइड नोट के अंतिम पेज पर युवक ने एसपी से गुहार लगाते हुए लिखा कि अब पीड़ा और नहीं सह सकता। जिंदा ना सही तो मरने के बाद ही मुझे इंसाफ दिलवा देना।