छात्रावासों में प्रति छात्र गेहूं की आपूर्ति दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ी
हनुमानगढ़Published: Mar 28, 2019 11:59:50 am
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छात्रावासों में प्रति छात्र गेहूं की आपूर्ति दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ी
छात्रावासों में प्रति छात्र गेहूं की आपूर्ति दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ी
– एफसीआई करेगा गेहूं की आपूर्ति
– छात्रावासों की थाली पर नहीं पड़ेगा महंगाई का असर
हनुमानगढ़. राजकीय छात्रावासों की थाली पर महंगाई का असर नहीं पड़ेगा। प्रदेश के छात्रावासों में रहकर पढ़ रहे 11 लाख से अधिक विद्यार्थी इससे लाभान्वित होंगे। राज्य सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों तथा छात्रावासों में प्रति विद्यार्थी गेहूं की अधिकतम सप्लाई दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ा दी है। साथ ही प्रति क्विंटल दर तय कर इसकी आपूर्ति का जिम्मा भी भारतीय खाद्य निगम को सौंप दिया गया है। इससे छात्रावासों की व्यवस्था संभाल रहे व्यवस्थापकों आदि को कम माथापच्ची करनी पड़ेगी। गेहूं की पर्याप्त व सहज आपूर्ति होने से भोजन के खर्च में कमी आएगी, यह राशि विद्यार्थियों के खान-पान को और अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने पर व्यय की जा सकेगी। अगले माह से नई व्यवस्था के तहत गेहूं की आपूर्ति की जाएगी।
जानकारी के अनुसार कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों तथा छात्रावासों में अब तक गेहूं की आपूर्ति डिपो आदि के जरिए हो रही थी। प्रति विद्यार्थी अधिकतम पांच किलोग्राम गेहूं की सप्लाई की जाती थी। यह मात्रा कम होने के कारण व्यवस्थापकों व वार्डन को बाजार से भी गेहूं खरीदनी पड़ती थी। यह उनको पच्चीस रुपए प्रति किलोग्राम की दर पर पड़ती थी। लेकिन अब प्रति विद्यार्थी गेहूं की अधिकतम आपूर्ति दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ाकर 13 किलो 939 ग्राम कर दी गई है। खास बात यह है कि यह गेहूं 485 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मिलेगी। इसकी आपूर्ति का जिम्मा भारतीय खाद्य निगम को दिया गया है। जाहिर है कि एफसीआई की ओर से आपूर्ति किए जाने वाले गेहूं पर बाजार भाव बढऩे का असर नहीं पड़ेगा। पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति होने से बाजार से गेहूं खरीदने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। छात्रावास का गेहूं उठाव करने वाले संबंधित विभागों को इसकी राशि एफसीआई के पास जमा करानी होगी।
यह रहेगी व्यवस्था
जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, मां शारदे बालिका छात्रावास तथा अन्य छात्रावासों में कुल 915 विद्यार्थी नामांकित हैं। जबकि प्रदेश स्तर पर यह आंकड़ा 115886 है। इनके लिए अप्रेल में 16140 क्विंटल गेहूं आपूर्ति निर्धारित की गई है। यह व्यवस्था फिलहाल त्रैमासिक की गई है मतलब अप्रेल, मई व जून में प्रति माह 16140 क्विंटल गेहूं की आपूर्ति हो सकेगी। हालांकि मई-जून में छुट्टियां होने तथा अन्य माह में गेहूं अधिक होने पर इनका समर्पण संबंधित अधिकारियों को करना होगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने निरीक्षण की जिम्मेदारी जिला रसद अधिकारी को दी है। टिब्बी स्थित केजीबीवी के नोडल प्राचार्य रोहताश चुघ ने बताया कि गेहूं वितरण की नई व्यवस्था से काफी राहत मिलेगी। पर्याप्त मात्रा में सहज तरीके से गेहूं की आपूर्ति हो सकेगी।
छात्रावास विद्यार्थी : फैक्ट फाइल
प्रदेश में – 115886
हनुमानगढ़ में – 915
अप्रेल में गेहूं आपूर्ति – 16140 क्विंटल