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चिकित्सक का जुगाड़ करने में सिस्टम फेल, जिला अस्पताल में 13 दिन से नहीं एक भी एमएस गायनी

locationहनुमानगढ़Published: Feb 23, 2020 12:15:46 pm

Submitted by:

Anurag thareja

चिकित्सक का जुगाड़ करने में सिस्टम फेल – जिला अस्पताल में 13 दिन से नहीं एक भी एमएस गायनी- श्रीगंगानगर से लगाए एमएस गायनी ने आने से किया इंकार, पुन: अस्पताल में संभाला पदभार हनुमानगढ़. गत दिनों में राजस्थान के बजट में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में एक हजार बैड की संख्या बढ़ाने का दावा करने वाली सरकार हनुमानगढ़ के जिला अस्पताल में एक एमएस गायनी तक नहीं लगा पा रही है।

चिकित्सक का जुगाड़ करने में सिस्टम फेल,  जिला अस्पताल में 13 दिन से नहीं एक भी एमएस गायनी

चिकित्सक का जुगाड़ करने में सिस्टम फेल, जिला अस्पताल में 13 दिन से नहीं एक भी एमएस गायनी

चिकित्सक का जुगाड़ करने में सिस्टम फेल
– जिला अस्पताल में 13 दिन से नहीं एक भी एमएस गायनी
– श्रीगंगानगर से लगाए एमएस गायनी ने आने से किया इंकार, पुन: अस्पताल में संभाला पदभार
हनुमानगढ़. गत दिनों में राजस्थान के बजट में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में एक हजार बैड की संख्या बढ़ाने का दावा करने वाली सरकार हनुमानगढ़ के जिला अस्पताल में एक एमएस गायनी तक नहीं लगा पा रही है। सूत्रों के अनुसार अन्य जिलों से हनुमानगढ़ के जिला अस्पताल में कोई भी एमएस गायनी आना नहीं चाहता और स्वास्थ्य विभाग जबरन प्रयास नहीं करना चाहता है। वो इसलिए कि अन्य जिलों के जनप्रतिनिधियों के दबदबे के कारण स्वास्थ्य विभाग हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। गौरतलब है कि नोहर से हनुमानगढ़ जिला अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर लगाई गई एमएस गायनी को भी राजनीति दबाव के कारण वापस भेज दिया गया। जब हनुमानगढ़ जिले में राजनीति के दबाव के चलते 62 दिन में चिकित्सक को वापस बुला लिया गया तो कमोबेश अन्य जिलों में पॉलिटिकल प्रेशर की स्थिति के बारे में इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। जिला अस्पताल में एमएस गायनी लगाने का प्रयास 29 अगस्त 2019 किया जा रहा है। जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग आदि का पूरा सिस्टम एक चिकित्सक लगाने में फेल साबित हो रहा है। यह हाल उस सरकार में है, जो प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सबसे महत्वपूर्ण योजना निशुल्क दवा व निशुल्क जांच योजना गत कार्यकाल में लेकर आई थी।
श्रीगंगानगर से नहीं आएंगे चिकित्सक
स्वास्थ्य विभाग ने श्रीगंगानगर जिला अस्पताल से प्रतिनियुक्ति पर हनुमानगढ़ के जिला अस्पताल में डॉ. मुकेश स्वामी को लगाया था। श्रीगंगानगर के अस्पताल प्रशासन से आदेश मिलते ही चिकित्सक को रिलीव भी कर दिया था। लेकिन हनुमानगढ़ जिला अस्पताल में कार्यभार नहीं संभाला। डॉ. स्वामी के प्रतिनियुक्ति के आदेश निरस्त हो चुके हैं और इन्हें पुन: श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में कार्यभार भी संभाल लिया है।
13 दिन पहले विधायक ने लिखा था पत्र
दस फरवरी 2020 को संयुक्त निदेशक बीकानेर ने उच्चाधिकारियों का आदेश मिलते ही नोहर की एमएस गायनी के प्रतिनियुक्ति के आदेश को निरस्त कर दिया था। जिला अस्पताल में तीन एमएस गायनी के पद रिक्त होने का हवाला देते हुए पूर्व मंत्री व विधायक चौधरी विनोद कुमार ने दस फरवरी को व्यक्तिगत तौर पर मिलकर स्वास्थ्य विभाग के मंत्री को दो एमएस गायनी लगाने की मांग करते हुए पत्र दिया था। पत्र दिए को 13 दिन हो चुके हैं। दो एमएस गायनी तो दूर स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक एक भी एमएस गायनी को नहीं लगाया गया है।
संविदा पर एमएस गायनी लगाने की तैयारी
जिला अस्पताल में निजी अस्पताल की एमएस गायनी को संविदा पर लगाने का निर्णय लेते हुए अनुमति लेने के लिए प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भिजवाया है। जिला अस्पताल में 29 अगस्त 2019 से 09 नवंबर 2019 तक केवल एक ही एमएस गायनी संविदा पर कार्यरत थी। ऐसे में एमएस गायनी के साप्ताहिक अवकाश के दौरान निजी अस्पताल से एमएस गायनी को बुलाकर सर्जरी की जाती थी। इसके लिए एमएस गायनी को तीन हजार रुपए प्रति सर्जरी का भुगतान भी किया जाता था। लेकिन अब अस्पताल में एक भी एमएस गायनी नहीं होने के कारण निजी अस्पताल से एमएस गायनी को बुलाकर सर्जरी करना संभव नहीं है।
नहीं मिल पा रही निशुल्क सुविधा
इसी कांग्रेस की सरकार ने अपने गत कार्यालय में जिला अस्पतालों में निशुल्क ऑपरेशन, निशुल्क दवा व जांच योजना लेकर आई थी। लेकिन अस्पताल में एक भी एमएस गायनी नहीं होने के कारण अब गर्भवती की सर्जरी पर निजी अस्पताल में 30 से 35 हजार रुपए खर्च देना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में प्रतिमाह 180 के करीब सिजेरियन किए जाने का रिकार्ड है। लैबर रूम में बेहतर सेवाएं के लिए राज्य सरकार की लक्ष्य योजना के तहत जिला अस्पताल अव्वल भी आ चुका है। इसके अलावा 570 के करीब प्रतिमाह साधारण प्रसव होने का आंकड़ा वार्षिक रिपोर्ट में दर्ज है। वार्षिक 1232 सजेरियन करने का आंकड़ा दर्ज है। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के ुअनुसार जिला अस्पताल में चार एमएस गायनी के पद हैं। लेकिन एक ही एमएस गायनी होने के कारण व्यवस्थाएं ठप पड़ी हैं।
जयपुर जाकर व्यक्तिगत मिलूंगा
जिला अस्पताल में एमएस गायनी लगाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को पत्र दिया जा चुका है। सोमवार को जयपुर में स्वास्थ्य मंत्री से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर दो एमएस गायनी लगाने का आग्रह करूंगा। एक एमएस गायनी संविदा पर लगाने को लेकर भी अनुमति ली जाएगी।
चौधरी विनोद कुमार, विधायक, कांग्रेस
श्रीगंगानगर से नहीं आएंगे चिकित्सक
श्रीगंगानगर से जिन एमएस गायनी को हनुमानगढ़ जिला अस्पताल में लगाया गया था। उनका प्रतिनियुक्ति आदेश निरस्त हो चुका है और उन्होंने पुन: श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में कार्यभार संभाल लिया है।
डॉ. एमपी शर्मा, पीएमओ, जिला अस्पताल
सरकार विफल, करेंगे घेराव
जिला अस्पताल में एमएस गायनी नहीं होना जिले की गंभीर समस्या है। जनहित के लिए इस सुविधा पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए था। लेकिन सरकार हर तरफ विफल साबित हो रही है। जिला अस्पताल में एमएस गायनी लगाने की मांग करते हुए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बलबीर बिश्नोई, जिलाध्यक्ष, भाजपा
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