scriptपारा चढ़ा तो पिघलने लगी हिमालय की बर्फ | temperature effect on Himalaya Areas | Patrika News

पारा चढ़ा तो पिघलने लगी हिमालय की बर्फ

locationहनुमानगढ़Published: May 27, 2018 12:19:54 pm

-रणजीत सागर व भाखड़ा बांध में पानी की आवक बढ़ी-२९ जून को होने वाली बीबीएमबी की बैठक में तय होगा अगले माह का शेयर

temperature effect on Himalaya Areas

temperature effect on Himalaya Areas

हनुमानगढ़. हिमालय के आसपास के क्षेत्रों में तापमान बढऩे के कारण अब बर्फ पिघलने लगी है। इससे रणजीत सागर व भाखड़ा बांध में पानी की आवक बढऩे लगी है। भाखड़ा बांध में २२ मई २०१८ को पानी की आवक १०९९८ क्यूसेक थी, जो २५ मई को बढ़कर १५४५२ क्यूसेक हो गई। इसी तरह रणजीत सागर बांध में आवक ५५९१ से बढ़कर ५७३८ क्यूसेक हो गई है। पानी की मात्रा बढऩे से सर्वाधिक लाभ राजस्थान को होगा। रणजीत सागर व पौंग बांध में सर्वाधिक शेयर राजस्थान का निर्धारित है।
जबकि अनुपातिक रूप से भाखड़ा का पानी भी प्रदेश को मिलता है। इन तीनों बांधों में हो रही आवक के आधार पर राजस्थान की नहरों में जून में चलने वाले सिंचाई पानी का निर्धारण किया जाएगा। इसे लेकर 29 जून को बीबीएमबी की बैठक बुलाई गई है। इसमें राजस्थान का प्रतिनिधित्व जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे। इन बांधों के माध्यम से प्रदेश की इंदिरागांधी, भाखड़ा, गंगकैनाल, सिद्धमुख नोहर प्रणाली आदि नहरों को सिंचाई पानी चलाया जाता है।
राजस्थान की इंदिरागांधी नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, जोधपुर , बीकानेर , झुंझुंनू, जैसलमेर , बाड़मेर, नागौर सहित प्रदेश के करीब दस जिलों में जलापूर्ति होती है। पानी की मात्रा कम होने के कारण वर्तमान में पौने दो माह से इंदिरागांधी नहर में सिंचाई पानी नहीं चला है। आगे बांधों में पानी की आवक लगातार इसी तरह से जारी रहने पर राजस्थान को सिंचाई पानी मिल सकता है।
जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता केएल जाखड़ ने बताया कि रणजीत सागर बांध में २६ मई को करीब ६००० क्यूसेक पानी की आवक हुई। आवक की स्थिति लगातार सुधर रही है। जिस तरह से गर्मी पड़ रही है, उससे लगता है कि दो-तीन दिनों में बर्फ और पिघलेगी, जिससे पानी का फ्लो तेज होगा। इसका लाभ निश्चित तौर पर प्रदेश को मिलेगा।

ट्रेंडिंग वीडियो