सूत्रों की माने तो कांग्रेस के नवनिर्वाचित सदस्य असलम अली टाक व निर्दलीय नवनिर्वाचित सदस्य रहीसा बानो को बुधवार दोपहर ढाई बजे नगर परिषद में एसडीएम ने शपथ ग्रहण करवाई और प्रमाण पत्र सौंपा। इसके बाद दोनों नवनिर्वाचित सदस्य भी उसी रिसोर्ट के लिए हनुमानगढ़ से रवाना हो गए।
विधायक चौधरी विनोद कुमार की नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ हुई बैठक के दौरान उपसभापति को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करने का मुद्दा उठाया गया। लेकिन विधायक ने सभापति निर्वाचत होने तक इस निर्णय को टाल दिया। सूत्रों के अनुसार उपसभापति टाउन का हो, इसको लेकर नवनिर्वाचित सदस्य विधायक के आगे प्रस्ताव भी रखेंगे।
उपसभापति को लेकर दर्जन भर सदस्य दावेदारी जता सकते हैं। सूत्रों की माने तो कांग्रेस में खींचतान न हो, इसके लिए लॉटरी की प्रक्रिया भी अपनाई जा सकती है। उपसभापति की रेस में टाउन से वार्ड 26 से वरिष्ठ कार्यकर्ता होने व तीन बार निर्वाचित सदस्य होने पर मनोज सैनी, 2014 के चुनाव में पार्टी ने औपचारिकता निभाने के लिए इन्हें सभापति का दावेदार बनाया था। इसी तरह विधायक विनोद कुमार के करीबी व युवा अनिल खीचड़, एडवोकेट रेखा भार्गव व इनके पति मुकेश भार्गव पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता होने पर, तीसरी दफा सदस्य निर्वाचित राजेंद्र कुमार शर्मा, सुरेंद्र गोंद, प्रेम मेघवाल, अर्चित अग्रवाल आदि अपनी दावेदारी जता सकते हैं। इसी तरह जंक्शन में विधायक के नजदीकी होने पर सुमित रिणवा, कौरसिंह खोसा, तरूण विजय, मदन बाघला, गुरदीप चहल आदि उपसभापति पद के लिए दावेदारी जता सकते हैं।
सभापति के उम्मीदवारी को लेकर बुधवार को टाउन नगर परिषद में एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ। भाजपा व कांग्रेस दोनों गुरुवार को अपने सभापति के उम्मीदवार का नामांकन जमा करवाएंगे। कांग्रेस गणेश राज बंसल ने नाम पर मुहर लगा चुकी है और भाजपा ने अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। नामांकन सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर तीन बजे तक जमा होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार पार्षद पद के चुनाव लडऩे के सभी नियमों का पालना करने वाला सदस्य सभापति पद के लिए नामांकन जमा करवा सकता है। शर्त यह है कि इस सदस्य के साथ नवनिर्वाचित केवल एक सदस्य प्रस्तावक के रूप में होना चाहिए। सभापति पद के लिए हारा हुआ उम्मीदवार भी नामांकन दाखिल कर सकता है।