दुग्ध उत्पादक संबल योजना में प्राप्त अनुदान राशि सीधे दुग्ध उत्पादकों के खाते में होगी जमा
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हनुमानगढ़. सीएम अशोक गहलोत की ओर से दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों को मिल रही अनुदान राशि अब बढ़ाकर पांच रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। यह सीधे दुग्ध उत्पादकों के बैंक खाते में जमा करवाई जाएगी। इसकी जानकारी गंगमूल डेयरी हनुमानगढ़ के एमडी पीके गोयल ने दी। शनिवार को डेयरी परिसर में हनुमानढ़ क्षेत्र की दुग्ध समितियों के सचिवों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हनुमानगढ़
Updated: March 26, 2022 08:19:17 pm
दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत प्राप्त अनुदान राशि सीधे दुग्ध उत्पादकों के खाते में होगी जमा
हनुमानगढ़. सीएम अशोक गहलोत की ओर से दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों को मिल रही अनुदान राशि अब बढ़ाकर पांच रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। यह सीधे दुग्ध उत्पादकों के बैंक खाते में जमा करवाई जाएगी। इसकी जानकारी गंगमूल डेयरी हनुमानगढ़ के एमडी पीके गोयल ने दी। शनिवार को डेयरी परिसर में हनुमानढ़ क्षेत्र की दुग्ध समितियों के सचिवों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें एमडी पीके गोयल, संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह मोर एवं सदस्य संचालक मण्डल सुल्तान सिंह बेनीवाल, शंकर लाल कलवाणिया, राजेश सहारण, मांगीलाल भादू, श्योपतराम बाना मौजूद रहे। अनुदान राशि दुग्ध उत्पादकों के खातों में सीधे भेजे जाने के लिए एरियावाइज सचिवों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया था। इसकी पालना में शनिवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अवशीतन केन्द्रों पर भी शीघ्र ही इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमआयोजित किए जाएंगे। एमडी गोयल ने सचिवों से निवेदन किया कि उनकी दुग्ध समिति पर जितने भी दुग्ध उत्पादक दूध देते हैं उनका विवरण एवं उनके बैंक खाता संख्या संघ को शीघ्र भिजवाएं। ताकि अनुदान राशि का सीधा भुगतान संघ से उनके बैंक खाते में किया जा सके। एमडी ने कहा कि दुग्ध उत्पादकों एवं संघ के बीच सचिव ही ऐसी कड़़ी है जो सीधे तौर पर दुग्ध उत्पादकों से जुड़ा रहता है। राज्य सरकार या संघ द्वारा जो भी सुविधाएं दुग्ध उत्पादकों को दी जाती हैं उनकी जानकारी सचिव द्वारा ही उनको दी जाती है । इसलिए सचिव इस बढ़ी हुई अनुदान राशि का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर अपनी समिति से अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादकों को जोड़कर इस बढ़ी हुई अनुदान राशि का लाभ दुग्ध उत्पादकों को दिलवाएं । आगे कहा कि प्राइवेट डेयरी वाले दूध की क्रय दर कुछ दिखाते हैं एवं भुगतान कुछ और ही दर से करते हैं। उनके द्वारा दूध के वजन एवं टैस्टिंग में -गोलमाल किया जाता है जो कि दुग्ध उत्पादकों को सचिव ही समझा सकता है। संचालक मंडल सदस्य राजेश कुमार सहारण ने कहा कि हालांकि यह कार्य वर्तमान में हमें कठिन लग रहा है परंतु एक बार चालू होने के बाद इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी। संघ के प्रभारी पीएंडआई बलवंत राय ने मुख्यमंत्री अनुदान राशि का दुग्ध उत्पादकों के सीधे बैंक खाते में भिजवाने की विस्तृत जानकारी उपस्थित सचिवों को दी। बैठक में प्रभारी हनुमानगढ़ क्षेत्र अनिता मंडा, अतिरिक्त निजी सचिव मोहन लाल मोठसरा आदि मौजूद रहे।

दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत प्राप्त अनुदान राशि सीधे दुग्ध उत्पादकों के खाते में होगी जमा
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