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प्रवेशोत्सव में नामांकन बढ़ाने की परेशानी, बापूवाली पाठशाला में नहीं कोई टेंशन

locationहनुमानगढ़Published: May 19, 2022 11:44:48 am

Submitted by:

adrish khan

हनुमानगढ़. सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को नए शिक्षा सत्र में प्रवेशोत्सव के दौरान नामांकन बढ़ाने की चिंता अभी से सताने लगी है। मगर वहीं कई सरकारी स्कूल ऐसे भी हैं, जहां विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को प्रवेश के लिए कतार लगानी पड़ रही है।

प्रवेशोत्सव में नामांकन बढ़ाने की परेशानी, बापूवाली पाठशाला में नहीं कोई टेंशन

प्रवेशोत्सव में नामांकन बढ़ाने की परेशानी, बापूवाली पाठशाला में नहीं कोई टेंशन

प्रवेशोत्सव में नामांकन बढ़ाने की परेशानी, बापूवाली पाठशाला में नहीं कोई टेंशन
– जिला व ब्लॉक स्तरीय महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम सरकारी पाठशाला में लॉटरी से प्रवेश
– जिले में फिलहाल 24 पाठशालाएं हो रही संचालित
– शहर हो या गांव, बापूवाली पाठशाला में पढऩे का सब जगह चाव, नामांकन की सिरदर्दी नहीं
हनुमानगढ़. सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को नए शिक्षा सत्र में प्रवेशोत्सव के दौरान नामांकन बढ़ाने की चिंता अभी से सताने लगी है। मगर वहीं कई सरकारी स्कूल ऐसे भी हैं, जहां विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को प्रवेश के लिए कतार लगानी पड़ रही है। प्रतीक्षा सूची में डाला जा रहा है। जी हां, बापूवाली इंग्लिश स्कूल में नामांकन को लेकर कोई टेंशन नहीं है। शहर हो या गांव, सभी जगहों पर बापूवाले इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढऩे का चाव है। यह चाव इतना है कि पढऩे के इच्छुक बच्चे ज्यादा हैं और सीटें कम। लिहाजा, लॉटरी के माध्यम से विद्यालय में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों का चयन करना पड़ रहा है। जिले में संचालित राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में प्रवेश के लिए यह स्थिति है। जिले में फिलहाल 24 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से कुछेक को छोड़ दें तो अधिकांश में शुरुआत से ही लॉटरी से विद्यार्थियों का चयन किया जा रहा है। वहीं शिक्षा अधिकारियों के लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए कि जिले के कुछ महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में अब प्रवेश के लिए अपेक्षाकृत आवेदन नहीं आ रहे हैं। जबकि प्रारंभ में वहां सीटों से दोगुने तक आवेदन भी आए थे।
नामांकन की सिरदर्दी नहीं
आमतौर पर सरकारी पाठशालाओं खासकर प्राथमिक स्तर पर बच्चों के प्रवेश के लिए संस्था प्रधानों व शिक्षकों को बहुत जूझना पड़ता है। कैचमेंट एरिया में घर-घर जाकर राजकीय विद्यालय में बच्चे का एडमिशन कराने की मनुहार करनी पड़ती है। मगर अब तक अधिकांश राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में ऐसा नजर नहीं आया है। अभिभावकों में इन पाठशालाओं में बच्चों को पढ़ाने की चाह खूब दिख रही है। उदाहरण के लिए कोहला स्थित महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में तीस सीटों के लिए डेढ़ गुणा से अधिक आवेदन आए। वहीं अन्य कक्षाओं में सीटें खाली नहीं होने के बावजूद आवेदन जमा कराए गए।
अब तक 24 स्कूल
जिले में पहले चरण में जिला मुख्यालय पर एक तथा दूसरे चरण में सभी ब्लॉक में एक-एक महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला गया। इस तरह शुरू के दो चरणों में कुल आठ स्कूल खुले। इसके बाद तृतीय चरण में 16 स्कूल खुले जिनमें प्रवेश हुए हैं। महात्मा गांधी स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक प्रत्येक में अधिकतम 30 सीट है। जबकि कक्षा छह से आठ तक हर क्लास में 35 सीट है।
ज्यादा आवेदन तो लॉटरी
कोहला स्थित अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के प्राचार्य विराट तनेजा ने बताया कि प्रवेश आवेदन लेने के बाद 14 मई को लॉटरी निकाली जा चुकी है। चयनित विद्यार्थियों की सूची भी नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जा चुकी है। निर्धारित सीटों से अधिक आवेदन आने के कारण इस बार भी लॉटरी से विद्यार्थियों का चयन किया गया। प्राचार्य तनेजा ने बताया कि सीबीईओ रोहिताश कड़वासरा के निर्देशन में लॉटरी निकाली गई। चयनित व प्रतीक्षा सूची सोमवार को नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई। लॉटरी प्रक्रिया के दौरान कालूराम गोदारा, नेतराम कांटिवाल, दलीप मधानिया, रामेश्वरलाल सहारण, मनीराम स्वामी, अश्विनी राबिया आदि उपस्थित रहे।

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