रबी फसल 2022-23 में पाळा एवं शीतलहर से खराबा होने की वजह से विशेष गिरदावरी करवाने का निर्णय लिया गया। इसकी रिपोर्ट दो दिन पहले ही आई है। इसे संभागीय आयुक्त को भिजवाने की बात अधिकारी कह रहे हैं। खराबा रिपोर्ट के अनुसार हनुमानगढ़ तहसील में सरसों की फसल में 10 से 20 प्रतिशत, पीलीबंगा में सरसों की फसल में पांच से 25 प्रतिशत, संगरिया में सरसों की फसल में दस से बीस प्रतिशत, टिब्बी में सरसों व चने की फसल में दस से बीस प्रतिशत, रावतसर में सरसों में दस से बारह प्रतिशत, पल्लू में सरसों व चने की फसल में दस से बीस प्रतिशत, नोहर में सरसों, गेहूं व चने की फसल में दस से तीस प्रतिशत तथा भादरा में सरसों की फसल में पंद्रह से 20 प्रतिशत तक फसलों को नुकसान होने की पुष्टि की गई है।
हनुमानगढ़ जिले में किसान संगठन लगातार खराबे के अनुपात में मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। गत दिनों सीएम के जिला दौरे के वक्त भी किसानों ने इसकी मांग रखी थी। भादरा क्षेत्र के गांव गांधीबड़ी, चिडिय़ागांधी, सरदारपुरापुरा बास सहित क्षेत्र में पाळा पडऩे से रबी फसलों में नुकसान की आशंका से किसानों में मायूसी है। किसानों की मांग है कि उनको फसलों में नुकसान का मुआवजा शीघ्र दिया जाए। किसानों का आरोप है कि विभाग के अधिकारी केवल कागजों में ही बैठे-बैठे खराबे की रिपोर्ट तैयार कर लेते हैं। उन्हें मौके पर जाकर खराबे का वास्तविक आंकलन करना चाहिए। मुख्य रूप से अगेती सरसों में नुकसान अधिक हुआ है। किसानों ने बताया कि पाळे की वजह से सरसों में दाने काले पड़ गए हैं।