वार्डों की यह है स्थिति
हनुमानगढ़ में वर्तमान में 45 पार्षद हैं। राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुनर्गठन कर 60 वार्ड किए जा चुके हैं। निकाय चुनाव नवंबर 2019 में 36 सामान्य वार्ड होंगे, इनमें से 12 वार्डों में महिलाओं के चुनाव लडऩे के लिए आरक्षित किया गया है। अन्य पिछड़ा वर्ग के 13 वार्ड होंगे, इनमें से चार वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित रखे जाएंगे। 10 वार्ड अनुसूचित जाति के होंगे, इनमें तीन वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। व एक वार्ड अनुसूचित जनजाति का होगा। यह आरक्षण राज्य सरकार ने 16 अगस्त को कर दिया था। इस आरक्षण का निर्धारण किन वार्डों में होगा। यह तय बुधवार को होने वाली लॉटरी में होगा।
जानकारी के अनुसार सबसे पहले अनुसूचित जाति के दस वार्डों के आरक्षण का निर्धारण लॉटरी से होगा। नियमों के अनुसार एक तिहाई वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित रखा जाएगा। इसके चलते दस अनुसूचित जाति के वार्ड में तीन वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाऐंगे। इसके बाद अनुसूचित जानजाति के एक वार्ड का निर्धारण होगा। इसके पश्चात ओबीसी के 13 वार्डों के निर्धारण करने को लेकर लॉटरी निकाली जाएगी। इनमें से चार वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित रखे जाऐंगे। इसके तहत शेष रहे 36 वार्ड सामान्य जाति के लिए आरक्षित हो जाएंगे। एक तिहाई नियम के अनुसार 36 सामान्य वार्डों की लॉटरी निकाली कर महिलाओं के 12 वार्डों को आरक्षण तय होगा।
जनगणना 2011 के अंतर्गत नगर परिषद के अधिकारियों ने ने वार्डों के पुर्नगठन कर 45 से 60 वार्ड किए हैं। हनुमानगढ़ निकाय क्षेत्र में जनगणना 2011 के अनुसार डेढ़ लाख के करीब जनसंख्या है। नगर परिषद के अधिकारियों ने इन वार्डों का पुनर्गठन इसी जनसंख्या के आधार पर किया है। प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या 2300 से 2700 के अंतराल में रखी गई है। इसके तहत ही आंकड़ों को इधर-उधर कर 60 वार्डों में क्षेणी के आधार पर भी जनसंख्या तय की गई है।
60 वार्डों में से अनुसूचित जाति के अधिकांश जनसंख्या वाले वार्डों में से ही दस वार्डों के आरक्षण का निर्धारण होगा। इनमें से संभावित है कि वार्ड संख्या 02, 03, 10, 15, 22, 23, 27, 35, 36, 41, 55, 56 व 59 में से दस वार्ड अनुसूचित जाति के हो सकते हैं। क्योंकि इन वार्डों में अनुसूचित जाति की अनुमानित जनसंख्या 650 से अधिक है। इसके अलावा वार्ड 38 व 40 में एक वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो सकता है। क्यों कि 60 वार्डों में से यह केवल दो ही वार्ड हैं, जिनमें अनुसूचित जनजाति की अनुमानित जनसंख्या सबसे अधिक है। इसका निर्धारण भी नगर परिषद ने 2011 जनसंख्या के आधार पर वार्डों के पुनर्गठन के अनुसार किया है।
हनुमानगढ़ शहरी क्षेत्र में 2011 की जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या 150958 के करीब है। इसमें से 79709 पुरूष की जनसंख्या व 71249 महिलाओं की जनसंख्या है। शहरी क्षेत्र में सामान्य जाति की जनसंख्या 123009, अनुसूचित जाति की जनसंख्या 25486 है, अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 2463 है। शहरी क्षेत्र की जनसंख्या धर्म आधार पर इस प्रकार से हैं। इसमें हिन्दू की जनसंख्या 124049, सिख समुदाय की जनसंख्या 14724, मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या 11072, 598 जैन समाज की जनसंख्या, ईसाई 296 जनसंख्या 2011 जनसंख्या जनगणना के आधार पर है।
भाजपा के नगर मण्डल अध्यक्ष प्रदीप ऐरी ने बताया कि नए 23 नंबर वार्ड में अनुसूूचित जाति की जनसंख्या से 150 से दो के करीब है और अनुसूचित जनजाति का कोई भी नागरिक इस वार्ड में नहीं है। इसके बावजूद नगर परिषद ने पुनर्गठन कर वार्ड में अनुसूचित जाति की जनसंख्या 650 से अधिक दर्शाई है। जो कि गलत है, लॉटरी के दौरान अगर ऐसा हुआ तो पूरी भाजपा इसका विरोध करेगी।
लॉटरी की प्रक्रिया में विधायक विनोद कुमार चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष केसी बिश्नोई, भाजपा जिलाध्यक्ष बलबीर बिश्नोई, माकपा सचिव रामकुमार, बहुजन समाज पार्टी के उपाध्यक्ष मांगीलाल, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया के चानणराम वर्मा व अन्य राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को लॉटरी में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
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