रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में गबन का मामला सामने आने के बाद नवम्बर में तीन सदस्यी दल गठित किया गया था। इसमें सहकारिता विभाग के विशेष लेखा परीक्षक राजीव बिश्नोई, प्रबंधक संदीप सिंह व विनोद कुमार को लगाया गया। दिसम्बर में इसकी जांच भूमि विकास बैंक हनुमानगढ़ के सचिव पीथदान चारण को सौंपी गई। जांच लगभग पूरी हो चुकी थी। इस बीच धारा 55 में जांच बदलकर संयुक्त रजिस्ट्रार श्रीगंगानगर संजय गर्ग को सौंप दी गई। इसके बाद अब जांच रिपोर्ट आने का इंतजार सभी कर रहे हैं। जांच दल में शामिल अफसरों का कहना है कि अब तक जो रिकॉर्ड प्राप्त हुए हैं, उसमें करीब पचास हजार पेज हैं। इसकी जांच में समय तो लगेगा ही। जांच अधिकारी संजय गर्ग के अनुसार रिकॉर्ड जांचने का काम चल रहा है। जल्द इसकी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भिजवा देंगे।
चल रही है जांच
रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में गबन मामला सामने आने पर इसकी जांच धारा 55 में करवाई जा रही है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे आरोपी व्यवस्थापक की जमीन को नीलाम करने सहित अन्य कार्रवाई की जा सकती है।
-मनोज कुमार मान, एमडी, केंद्रीय सहकारी बैंक हनुमानगढ़
मैंने मेहनत मजदूरी करके तेरह लाख रुपए दंपती के नाम एफडी करवाई थी। पैसे नहीं मिलने के बाद परिवार सदमे में हैं। पैसे मिल जाएं तो बुढ़ापा कट जाएगा। गबन मामले की जांच जल्द पूरी करके हमें पैसे वापस दिलाने के प्रयास प्रशासन स्तर पर किए जाएं।
-गोपीराम, आटा चक्की संचालक, रतनपुरा