scriptअमेरिका निवासी प्रीतपाल सिंह ने हनुमानगढ़ के लिए चीन से भिजवाई 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन | Usa resident Preetpal Singh sends 335 oxygen concentrator machine for | Patrika News

अमेरिका निवासी प्रीतपाल सिंह ने हनुमानगढ़ के लिए चीन से भिजवाई 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन

locationहनुमानगढ़Published: May 11, 2021 10:27:56 pm

Submitted by:

adrish khan

हनुमानगढ़. मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझते जिले के कोरोना संक्रमित रोगियों को अब कुछ हद तक राहत मिल सकेगी। कम गंभीर रोगियों को ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन के जरिए प्राणवायु देकर बचाया जा सकेगा।

अमेरिका निवासी प्रीतपाल सिंह ने हनुमानगढ़ के लिए चीन से भिजवाई 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन

अमेरिका निवासी प्रीतपाल सिंह ने हनुमानगढ़ के लिए चीन से भिजवाई 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन

अमेरिका निवासी प्रीतपाल सिंह ने हनुमानगढ़ के लिए चीन से भिजवाई 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन
– सीएमएचओ कार्यालय में जिला प्रशासन को सौंपी गई सभी मशीनें
– मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझते कम गंभीर रोगियों को मिलेगी राहत
हनुमानगढ़. मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझते जिले के कोरोना संक्रमित रोगियों को अब कुछ हद तक राहत मिल सकेगी। कम गंभीर रोगियों को ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीन के जरिए प्राणवायु देकर बचाया जा सकेगा। जिले को मंगलवार को 335 ऑक्सीजन कॉन्सेंटर मशीनों की आपूर्ति मिली। दरअसल, अमेरिका निवासी भामाशाह प्रीतपालसिंह सिद्धू ने डेढ़ करोड़ रुपए की 335 मशीनें चीन से मंगवा कर हनुमानगढ़ पहुंचाई है। प्रीतपाल सिंह मूलत: संगरिया के गांव ढाबां के रहने वाले हैं। संगरिया विधायक गुरदीपसिंह शाहपीनी के प्रयासों के चलते प्रीतपाल सिंह ने यह मशीनें हनुमानगढ़ जिले को नि:शुल्क भेंट की है।
यह मशीनें मंगलवार को जिला अस्पताल तथा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचा भी दी। सीएमएचओ कार्यालय में जिला प्रशासन को मशीनें भेंट की गई। इसके बाद इन मशीनों को अस्पतालों के लिए रवाना किया गया। इस मौके पर दानदाता प्रीतपालसिंह सिद्धू की मां ढाबां सरपंच सिमरजीत कौर, भाई रमनदीप सिद्धू, संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी, जिला कलक्टर नथमल डिडेल, पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप, एसडीएम कपिल यादव, तहसीलदार दानाराम मीणा, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, पीआरओ सुरेश बिश्नोई आदि मौजूद रहे।
दिलाई जीएसटी में छूट
राज्य सरकार और जिला कलक्टर नथमल डिडेल के विशेष प्रयासों से इन मशीनों के आयात आदि में टैक्स की भी छूट मिली है। 12 प्रतिशत जीएसटी में छूट मिलने से यह मशीनें लाखों रुपए सस्ती होकर मिल सकी। इससे जिले के कोरोना रोगियों को बहुत लाभ मिलेगा। साथ ही जिला प्रशासन को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुधारने के लिए कुछ समय भी मिल गया है।
रोगियों को मिलेगी राहत
इस दौरान जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि पूरे देश में लिक्विड ऑक्सीजन की कमी है। अस्पतालों में भर्ती संक्रमित रोगियों में से 60 से 70 प्रतिशत को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। ऐसे में प्रीतपाल सिद्धू ने मानवता की सेवा के लिए यह बड़ा कार्य किया है। खुले वातावरण में इन मशीनों की मदद से तीन से चार दिन तक रोगी आराम से ऑक्सीजन प्राप्त करेंगे।
इन मशीनों का महत्व
सामान्य हवा से ऑक्सीजन तैयार करने वाली यह मशीनें कम गंभीर रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। ऐसे अस्पताल जहां ऑक्सीजन बेड नहीं है या होम आइसोलेशन में यह मशीनें राहत देती हैं। इन मशीनों के लिए एलएमओ की जरूरत नहीं होती। यह हवा से नाइट्रोजन को अलग कर ऑक्सिजन की अधिकता वाली गैस को बाहर निकालता है, जिसका इस्तेमाल ऑक्सिजन की जरूरत वाले मरीज कर सकते हैं। कंसन्ट्रेटर प्रेशर स्विंग एब्जॉप्र्शन तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। नैचुरल हवा का 21 फीसदी हिस्सा ही ऑक्सीजन होता है तथा 78 फीसदी हिस्सा नाइट्रोजन और शेष हिस्से में अन्य गैस होती है। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर इस सामान्य हवा से नाइट्रोजन को अलग करता है और ऑक्सीजन की अधिकतम मात्रा वाले गैस को बाहर निकालता है। एक ट्यूब के जरिए इसका इस्तेमाल मरीज सांस लेने में करते हैं।
रिफिल का झंझट नहीं
जानकारी के अनुसार एक कंसन्ट्रेटर एक मिनट में 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन सप्लाई कर सकता है। इसके अलावा ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर को ऑक्सीजन सिलेंडर की तरह बार-बार रिफिल करने की जरूरत नहीं होती। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर के साथ में किसी और डिवाइस की भी जरूरत नहीं होती है। इसको बिजली नहीं रहने पर इनवर्टर से भी चलाया जा सकता है।
पांच करोड़ से ज्यादा की मशीनें मंगवाई
भामाशाह प्रीतपाल सिद्धू ने देश के लिए कुल 1000 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीनें मंगवाई हैं। इनमें से 335 जिले को भेंट की है। जबकि शेष मशीनें खालसा एड तथा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, दिल्ली को आधी-आधी दी गई है। इन सब मशीनों पर करीब सवा 5 करोड़ रुपए की लागत आई है। प्रीतपालसिंह सिद्धू मूलत: ढाबां के निवासी हैं। उनकी माता सिमरजीत कौर वर्तमान में ढाबां की सरपंच है। प्रीतपाल सिंह तथा ढाबां में रहने वाले उनके भाई रमनदीपसिंह सिद्धू ने मिलकर मानव सेवा के लिए करोड़ों रुपए दान करने का निर्णय किया। किसान परिवार के प्रीतपाल सिंह ना केवल अमेरिका में अपने ज्ञान के बूते देश का मान बढ़ाया है बल्कि जन सेवा के जरिए भी अमेरिका और देश में नाम रोशन किया है।
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