जंक्शन सब्जी मंडी में व्यवस्था बनाने में आपदा प्रबंधन विभाग की टीम के अलावा ट्रेफिक पुलिसकर्मी भी सहयोग कर रहे हैं। ग्यारह बजते ही टीम सब्जी मंडी को खाली करवाने लगती है। कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जरूरी है कि सोशल डिस्टेसिंग की पालना हो। नियम की पालना करवाने में दोनों टीमें मुस्तैदी से जुटी हुई है।
हनुमानगढ़ मंडी समिति को सब्जी मंडी से गत वर्ष करीब साठ लाख रुपए का राजस्व मिला था। किसान कल्याण फीस के नाम से यह राशि वसूल की गई। गत वर्ष दो प्रतिशत राशि निर्धारित थी। लेकिन बाद में विरोध के बाद इस राशि को अब एक प्रतिशत कर दिया गया है। इससे गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष मंडी समिति को सब्जी मंडी से कम राजस्व मिल सकता है। हालांकि राजस्व संग्रह कारोबार पर निर्भर करता है।
कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद वीकेंड कफ्र्यू लगने से सब्जियों के भाव गिरे हैं। लोकल स्तर उपजने वाली सब्जियों के मंडी में आने से भाव कम हुए हैं। जंक्शन सब्जी मंडी यूनियन के ओम प्रकाश सैनी ने बताया कि इस समय प्याज थोक में बारह से पंद्रह रुपए किलो, आलू ग्यारह रुपए किलो, टमाटर चार रुपए, शिमला मिर्च सात रुपए किलो, भिंडी अठारह रुपए प्रति किलो मिल रहा है।