व्यापारीयों ने जिला कलेक्टर को लिखा है कि कस्बे मे स्थित एसबीआई बैक शाखा मे अव्यवस्था होने से व्यापारी वर्ग व आम जन परेशान है। चालू खाता के लिये अलग से खिङकी नही है। बैक मे लेन देन का एक ही काउंटर होने से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी उठानी पङ रही है। बैक मे लगभग है पचास हजार विभिन्न खाते है। दो तीन हजार उपभोक्ता प्रतिदिन बैक मे लेन देन करने आते है। लेन देन का एक ही काउंटर होने के कारण बैक मे लम्बी लाईनों लग जाती है।जो जोखिम भरा भी है।
भारी भीङ के कारण लेन देन मे गङबङी भी हो जाती है, व हुई भी है। भूल से अधिक राशि मिली को व्यापारीयों ने बैक को लोटाया भी है। व्यापारियों ने बताया कि बैक के कुछ कर्मचारियों एव अधिकारियों का व्यवहार सही नही है। जो उपभोक्ताओं को अखरता है। व्यापारी वर्ग ने ज्ञापन की एक प्रति बैक के रिजनल मनैजर हनुमानगढ़ को भी प्रेषित की है।
मगलंवार को बैक मे एक उपभोक्ता चैक के माध्यम से एक लाख पचास हजार रुपये लेने गया, लाईन मे लगा नम्बर आने पर चैक कैशियर को दिया तो इसी दोरान कैशियर किसी से फोन पर बात करने लग गया ,बात खत्म होने पर उसने दूसरे महिला उपभोक्ता को उसके विडराल फार्म के अनुसार पैमंट कर दी। जब उस उपभोक्ता ने अपने डेढ लाख रुपये की पेमेंट मागी तो कैशियर ने कहा कि आपको भुगतान कर दिया है, यह सुन कर उपभोक्ता के होश उङ गये।उसकी व कैशियर के बीच तू तू मैं मै भी हुई।
उपभोक्ता ने शाखा प्रबंधक को कहां, वहां व्यापार मण्डल पूर्व अध्यक्ष राकेश चिलाना भी पहुंचे। उन्होंने ने उस उपभोक्ता की बातसुनी, आखिर मे जब सी सी टीवी की फुटेज निकाली तो सच्चाई सामने आई।कैश की गिनती हुई तो डेढ लाख रुपये की राशि बढ ग ई। उपभोक्ता को उक्त राशि मिली तो उसकी जान मे जान आई। ऐसी एक तो घटनाएं ओर भी घटी होने की जानकारी पत्रिका को उपभोक्ताओं ने देते हुये बताया कि बैक मे भारी भीङ रहती है। कस्बे मे बैको के विलय करण से पूर्व दो शाखाएं थी ।अब ही शाखा आठ ग्रामपंचायतो के उपभोक्ताओं का भार उठा रही है।