डर्टी वॉटर पर डर्टी पॉलटिक्स का खेल हनुमानगढ़. प्रदेश के कई जिलों के करोड़ों लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने वाली जीवनदायिनी इंदिरा गांधी नहर में सोमवार देर शाम से रसायनयुक्त गंदा पानी प्रवाहित हो रहा है। इस डर्टी वॉटर पर डर्टी पॉलटिक्स का खेल बरसों से निरंतर चल रहा है। कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा के सिर दोष मंढकर नेता अपनी जिम्मेदारी से बच निकलते हैं। जिसका खामियाजा दस जिलों के लोग भुगतने को मजबूर हो रहे हैं। हालत यह है कि वर्तमान में इंदिरागांधी नहर में जो पानी प्रवाहित हो रहा है, उसे प्रदूषित मानकर पीएचईडी ने इसका पेयजल डिग्गियों में भंडारण करने से इनकार कर दिया है। जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार सबकुछ जानते हुए भी इस गंभीर मुद्दे को अनसुना कर रही है। जलदाय विभाग के अधिसासी अभियंता मेजर सिंह के अनुसार नहर में गंदा पानी आने की सूचना मिलते ही डिग्गियों में पानी भरवाना बंद कर दिया तथा पानी का सैंपल लेकर इसकी जांच कर उच्चाधिकारियों को भिजवा दी गई है। जब तक पानी साफ नहीं होगा तब तक भंडारण नहीं करेंगे। जब पानी साफ नहीं होगा तब तक कुछ जगहों पर एक दिन छोडक़र पानी की सप्लाई करेंगे।