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इंदिरागांधी नहर में अब तीन में एक समूह में पानी

locationहनुमानगढ़Published: Nov 03, 2020 09:46:19 am

Submitted by:

Purushottam Jha

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हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर में अब पानी की मात्रा घटा दी गई है। तीस अक्टूबर तक इस नहर में दस हजार क्यूसेक पानी चलाया जा रहा था।
 

इंदिरागांधी नहर में अब तीन में एक समूह में पानी

इंदिरागांधी नहर में अब तीन में एक समूह में पानी


-मावठ की मेहरबानी नहीं होने पर आगे की पांच बारियां भी इसी तरह चलेगी

हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर में अब पानी की मात्रा घटा दी गई है। तीस अक्टूबर तक इस नहर में दस हजार क्यूसेक पानी चलाया जा रहा था। लेकिन इसके बाद अब इसमें पानी की मात्रा घटाकर ७७०० क्यूसेक कर दी गई है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार मावठ के मेहरबान नहीं होने पर आगे की बची पांचों बारियां तीन में एक समूह में ही चल पाएगी। वहीं जनवरी तक मावठ की बारिश हो जाती है तो आगे रेग्यूलेशन की समीक्षा कर इसमें बदलाव भी संभव हो सकेगा।
गौरतलब है कि बीबीएमबी की ओर से २१ सितम्बर २०२० को किए गए आंकलन के अनुसार रावी व्यास नदियों के पानी में राजस्थान का डिप्लीशन अवधि में पानी का हिस्सा १७८३९६३ क्यूसेज डेज बनता है। इसमें इंदिरागांधी नहर परियोजना का हिस्सा १३३१८५७ क्यूसेक डेज है। इस उपलब्ध पानी के आधार पर जल संसाधन विभाग ने इंदिरागांधी नहर में सात बारी पानी का निर्धारण किया है।
इसमें दो बारी पानी यानी 26 सितम्बर से तीस अक्टूबर २०२० तक इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाने के बाद बाकी की पांच बारी तीन में एक समूह में चलाने पर सहमति बनी थी। अब सबकुछ मावठ की बारिश पर निर्भर है। यदि मावठ अच्छी रहती है तो आगे बांधों में आवक की स्थिति सुधरने पर इंदिरागांधी नहर के रेग्यूलेशन में भी बदलाव हो सकेगा। परंतु फिलहाल इंदिरागांधी नहर में जल संकट की स्थिति साफ हो गई है। विभागीय अधिकारियों ने किसानों को पहले ही आगाह कर दिया है कि वह कम पानी वाली फसलों की बिजाई करें। जिससे उन्हें सिंचाई पानी संबंधी संकट का सामना नहीं करना पड़े।
इतने जिले प्रभावित
इंदिरागांधी नहर से हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले के अलावा प्रदेश के दस जिलों को पानी मिलता है। इसमें बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, नागौर सहित अन्य जिले शामिल हैं। इस नहर के पानी से जहां लाखों लोगों को पेयजल मिलता है, वहीं हजारों हेक्टेयर भूमि भी सिंचित हो रही है।
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