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किसान ने रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर कर दिया मना

locationहनुमानगढ़Published: Jun 27, 2022 10:20:38 pm

Submitted by:

adrish khan

हनुमानगढ़. किसान ने अपने खाते से रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर दिखा दिया ठेंगा। किसान के खाते से छलपूर्वक रुपए निकालने तथा निकाले गए रुपए लौटाने से मना करने का मामला प्रकाश में आया है।

किसान ने रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर कर दिया मना

किसान ने रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर कर दिया मना

किसान ने रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर दिखा दिया ठेंगा
– किसान को सात लाख की चपत, केसीसी से छलपूर्वक रुपए निकालने का आरोप
– चौहिलांवाली स्थित पीएनबी शाखा के कैशियर पर धोखाधड़ी कर ठगी का आरोप
– टाउन थाने में सौंपा परिवाद, पुलिस ने की पड़ताल शुरू
हनुमानगढ़. किसान ने अपने खाते से रुपए निकलवाए तो कैशियर बोला एक बार गिन दूं, फिर दिखा दिया ठेंगा। किसान के खाते से छलपूर्वक रुपए निकालने तथा निकाले गए रुपए लौटाने से मना करने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में बैंक शाखा के कैशियर के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर टाउन थाने में सोमवार को परिवाद पेश किया गया। पुलिस ने परिवाद के आधार पर पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस संबंध में मामला दर्ज नहीं किया गया है।
भैरूसरी, तहसील रावतसर निवासी प्रभुदयाल सहारण (47) पुत्र हरीराम ने टाउन थाने में परिवाद दिया कि उसका पंजाब नेशनल बैंक शाखा चौहिलांवाली में केसीसी (किसान क्रेडिट खाता) है। इसी में वह लेन-देन करता है। इस खाते में उसके बड़े भाई रजीराम ने 20 जून को सात लाख रुपए जमा कराए थे। रुपए जमा होने का उसके मोबाइल फोन पर 22 जून को मैसेज आया। इसके बाद 23 जून को करीब 10 बजकर 9 मिनट पर उसके खाते से रुपए निकालने का संदेश आया। जबकि उसने पैसे नहीं निकलवाए थे। इसलिए 24 जून को वह चौहिलांवाली स्थित पीएनबी शाखा गया। अपने खाते से रुपए निकालने के लिए चेक संख्या 119312 में साढ़े तीन लाख रुपए भरकर लगा दिया। इस पर बैंक अधिकारी ने चेक क्लीयर कर उसको साढ़े तीन लाख रुपए का भुगतान कर दिया। इसके बाद चेक पर भुगतान की मोहर लगाकर क्लीयर के हस्ताक्षर भी कर दिए।
आरोप है कि परिवादी को रुपए देने के बाद बैंक के कैशियर राकेश यादव ने कहा कि आप रुपए एक बार वापिस दे दो। सही प्रकार से पैसे गिनकर दे देता हूं। परिवादी ने कैशियर को रुपए दे दिए। मगर कुछ समय बाद पैसे मांगे तो कैशियर ने यह कहते हुए मना कर दिया कि छल कर धोखाधड़ी पूर्वक रुपए प्राप्त करने थे जो कर लिए हैं। आपके खाते में कोई रुपए जमा नहीं हैं। गलती से पैसे दे दिए थे। परिवादी का कहना है कि इस लेन-देन की रिकॉर्डिंग बैंक के सीसीटीवी कैमरे में हैं। उसके भाई ने जो रुपए खाते में जमा करवाए थे, उसका स्टेटमेंट भी है। कैशियर ने छलपूवर्क उसके खाते से सात लाख रुपए निकाल कर ठगी कर ली। अत: उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए तथा हड़पी गई राशि लौटाई जाए।
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