रविवार रात एक बजे संगरिया से होते हुए गांव मानकसर, नवां, सतीपुरा, चक ज्वालासिंह वाला होते गुरुद्वारा सुखा सिंह महताब सिंह पहुंचा। देर रात होने के बावजूद सिख संगत नगर कीर्तन के स्वागत के लिए तत्पर थी। सड़कों पर दोपहिया व चोपहिया वाहनों का जाम था और पुलिस यातायात सुचारू करने में जुटी हुई थी। नगर कीर्तन में आर्कषण का केंद्र आतिशबाजी थी। सतीपुरा से लेकर गुरुद्वारे तक आतिशबाजी की गई। जिसे देखने के लिए आसपास के इलाके का भी हुजुम उमड़ गया।
टाउन-जंक्शन मार्ग पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से सेवा के लिए भण्डारा लगाया गया। नगरकीर्तन में शामिल संगतों के लिए सेवादारों ने जल, प्रसाद व चाय की सेवा की। व्यवस्था संभालने के लिए नगर कीर्तन में पचास से अधिक एसपीजीसी के जवान शामिल थे। इसके अलावा सर्व सिख समाज अध्यक्ष देवेंद्रसिंह खिंडा, बलकरण सिंह, कश्मीरा सिंह, प्रेम सिंह कमरानी, इन्ंद्र सिंह मक्कासर, बाबा बलकार सिंह, परविदं्र सिंह पूर्बा, भाई लालो सेवा समिति के सेवादार, मंहगा सिंह ढिल्लो, गुरदीप चहल, कालेखान, गुरमीत चंदड़ा, राजेंद्र सिंह रोमाणा आदि शामिल रहे।