मंगलवार को ड्राई डे के मौके पर पत्रिका संवदादता शहर के शराब ठेकों पर मुआयना करने पहुंचे। जहां उन्हें शाम लगभग सात बजे शराब बेचते ठेकेदार और कारिंदे नजर आए। फिर जैसे ही उन्होंने संवदादता के हाथों में कैमरा देख पोल खुलने के डर से भाग खड़े हुए। इतना ही नहीं देखते ही देखते पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में शराब कारोबारी अपनी दुकानें समेट भाग निकलने लगे। पत्रिका रिपोर्टर ने जब दुबारा देखा तो फिर से उसी गली के दूसरे किनारे पर शराब बेचनी शुरु कर दी। हालांकि इससे कुछ देर पहले पुलिस वहां से खाली हाथ लौट चुकी थी।
खुलेआम शराब बेचते रहे- यहां दुकानें तो बंद रहीं, लेकिन पिछवाड़े और गली सहित अन्य जगहों पर धड़ल्ले शराब बिक्री जारी रही। सरकार के शुष्क दिवस के निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए ठेकेदार और उसके कारिंदे लोगों से मनचाही कीमत पर शराब बेची। इस पूरे मामले की वीडियो में लोगों की भीड़ शराब खरीदते देखी जा सकती है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि मुख्य बस अड्डे केे पीछे वाली गली में लाल परी खरीदने को लोग झुंड बनाकर खड़े हैं। कर्मचारी झटाझट नोट लेकर पेटी से बोतलें निकाल कर ग्राहक को पकड़ा रहा है।
तो वहीं ग्राहकों में एक-दूसरे से पहले शराब लेने की हौड़ साफ दिखाई दे रही। इतना ही कुछ तो कोने पर पुलिस की निगाह रखते दिखे। इससे साफ पता चलता है कि प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे यहां शराब बेची जा रही है, लेकिन कार्रवाई करने की बजाए पुलिस और आबकारी अपनी आंखें मूंदे रहा।
पहले केस है और हो जाएगा- उधर वीडियो बनाते देख शराब ठेकेदार ने कहा कि पहले ही केस चल रहे हैं एक ओर केस हो जाएगा। आप तो लोकल हो ऐसा क्यों कर रहे हो। वीडियो बनाने से रोकते हुए शराब पेटी उठाकर दूसरे छोर पर चले गए, लेकिन शराब बेचना जारी रहा।
इनका कहना है- हां ड्राईडे है। हमारी टीम संभावित जगहों पर दबिश दे रही है और निगाह रख रहे हैं। अभी रतनपुरा हूं, जाकर देखता हूं। आनंद गोदारा आबकारी निरीक्षक, आबकारी थाना संगरिया