बताया जा रहा है कि ये परिवार यहां करीब 35 वर्षों से रह रहे हैं।अब इन परिवारों को नागरिकता संशोधन कानून के तहत नागरिकता के लिए सर्वे करने के लिए उप जिलाधिकारी गढ़मुक्तेश्वर, तहसीलदार एवं प्रशासनिक अधिकारी बुधवार को गंगानगर गांव पहुंचे। जहां उन्होंने यहां रह रहे बांग्लादेशी परिवारों का आंकड़ा एकत्रित किया। वहीं इस बिल को पास करने के लिए इन परिवार के लोगों ने खुशी व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया।
उप जिलाधिकारी विजय वर्धन तोमार ने बताया कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए इन सभी परिवारों को अभी तक भारतीय नागरिक ना होने के चलते पहचान पत्र से लेकर सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं दिया जा रहा था। परंतु अब इन सभी लोगों को भारतीय नागरिकता देने के उद्देश्य से सर्वे किया जा रहा है। जिसके बाद रिपोर्ट लखनऊ शासन को भेज दी जाएगी और नागरिकता देने की आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी।
उधर, बांग्लादेशी शरणार्थियों ने केंद्र की भाजपा सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब उन्हें भारतीय माना जाने की उम्मीद बनी है। अभी तक उन्हें बिजली, पानी, मतदान, राशनकार्ड जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ किसी भी सरकारी योजना का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। अब नागरिकता कानून बनने के बाद लग रहा है कि उन्हें अब सभी सरकारी सुविधाएं अति शीघ्र मिलने लगेंगी और नागरिकता भी मिल जाएगी।