यह भी पढ़ें- कांग्रेस विधायक के करीबी का सिर कलम करने पर 51 लाख का ऐलान, पैगंबर को लेकर की थी आपत्तिजनक पोस्ट बरामद सुसाइड नोट में आरोपी ने लिखा है कि पुलिस से बचने के लिए वह सात दिन से जंगल में भटक रहा है। वह एनकाउंटर में पुलिस की गोली से मरने नहीं चाहता। मैं अपनी मौत खुद तय करूंगा। इससे अच्छा है कि वह खुद ही आत्महत्या कर अपना जीवन समाप्त कर ले। वह गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या करने जा रहा है। इसके साथ ही आरोपी ने अपनी पहचान बताने के लिए अपना आधार कार्ड भी छोड़ा है। पुलिस अब आरोपी के सुसाइड नोट की जांच में जुटी है।
अब सवाल यह उठता है कि सप्ताहभर से दो जिलों की पुलिस को छका रहे आरोपी को जंगल में सुसाइड नोट लिखने के लिए कागज-पेन कहां से मिले। पुलिस ने आशंक व्यक्त की है कि आरोपी को गांव के कुछ लोगों का संरक्षण मिल रहा है, जिन्होंने कागज-पेन और उसे दूसरे कपड़े मुहैया कराए हैं। पुलिस को यह भी आशंका है कि कपड़े और सुसाइड नोट किसी अन्य ने जंगल में छोड़े हों। इस घटनाक्रम से साफ लगता है कि आरोपी को किसी की लगातार मदद मिल रही है। इसी वजह से वह बच रहा है।
इस संबंध में एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि फिलहाल सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जब तक आरोपी को जिंदा या मुर्दा नहीं बरामद किया जाता, तब तक तलाश जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट पुलिस को गुमराह करने के लिए भी लिखा जा सकता है। इसके अलावा उसकी मदद के संबंध में भी जांच की जा रही है।