जानकारी के अनुसार, अशोक प्रजापति परिवार के साथ पिलखुवा के जवाहर बाजार में रहते हैं। उनका 20 वर्षीय इकलौता बेटा कुनाल बीफार्मा का छात्र था। उन्होंने बताया कि कुनाल बुधवार रात नेशनल हाईवे स्थित मैरिज होम में एक शादी समारोह में गया था। जब वह देर रात वहां से लौट रहा था। जैसे ही वह गांधी रोड स्थित लाला गंगा सहाय की धर्मशाला के पास पहुंचा तो बंदरों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। बंदरों से बचने के कारण वह स्कूटी से नियंत्रण खो बैठा और सड़क पर घिसटते हुए उसका सिर ईंट से जा टकराया। जैसे ही उन्हें हादसे की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे और कुनाल को नजदीकी हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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पुलिस इंस्पेक्टर ने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा, जा रहा हूं सुसाइड करने और फिर तभी… बुझ गया घर का इकलौता चिराग हादसे के बाद अशोक प्रजापति के परिवार में हाहाकार मचा है। परिजनाें का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता अशोक ने नम आंखों से बताया कि उन्होंने बेटे के भविष्य को लेकर जो सपने देखे थे, वह एक हादसे में चकनाचूर हो गए हैं। उनका वंश चलाने वाला इकलौता बेटा इस तरह चला जाएगा, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था।
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बनारस में बड़ा हादसाः बोरवेल में गिरने से किशोर की मौत, ग्रामीणों का हंगामा नगर पालिका के प्रति लोगों में गुस्सा वहीं, स्थानीय लोग भी इस हादसे से आहत हैं। उनका कहना है कि बंदरों का आतंक लगातार बढ़ रहा है, लेकिन पिछले 10 साल से नगर पालिका की तरफ से बंदर पकड़ने का अभियान नहीं चलाया गया है। लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है। आए दिन बंदरों के झुंड लोगों पर हमला बोल रहे हैं। लोगों ने अब घरों की छतों पर जाना भी बंद कर दिया है।