पिता के साथ खेतों में किसानी करने वाले कार्तिक त्यागी ने जूनियर इंटरनैशनल टीम में सिलेक्शन तक का सफर आसान से तय नहीं किया। कार्तिक एक गरीब किसान परिवार से आते हैं। कार्तिक को क्रिकेट की ट्रेनिंग दिलाने के लिए उनके पिता योगेंद्र ने ढेरों दिक्कतों का सामना किया है। एक वह वक्त भी था जब त्यागी अपने पिता के खेतों में उनकी मदद करते थे। उसके बाद भी कार्तिक के हौंसले कम नहीं हुए, बल्कि मजबूती मिलती गई। कार्तिक त्यागी (Kartik Tyagi) किसी भी समय अपनी अपनी इच्छा से गेंद को स्विंग कराने में माहिर हैं। हालांकि, त्यागी गेदबाजी की जगह बल्लेबाज बनना चाहते थे।
उनकी तमन्ना एक बल्लेबाज बनने की थी। बाद में गेंदबाजी करना उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट रहा। नेट पर बॉल डालना शुरू किया था। उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 17 साल की उम्र में कूच बिहार ट्रोफी में त्यागी ने अपना शानदार प्रदर्शन किया। जिसकी वजह से उन्होंने यूपी रणजी टीम में अपनी जगह बनाई। पूर्व में चैंपियन रहे विदर्भ के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी कर चयनकर्ताओं को अपनी तरह खींचा। अब प्रतिभा को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स ने त्यागी को 1.30 करोड़ रुपये में खरीदा है। कार्तिक के पिता का कहना है कि वह फिलहाल राजस्थान रॉयल्स की टीम के ट्रेनिंग कैंप मेंं हिस्सा ले रहे हैं।