यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में वक्त पर नहीं मिला खून, थैलिसीमिया पीड़ित बच्चे ने तोड़ दिया दम
इन लोगों में किसी भी तरह घर पहुंचने की होड़ लगी है। न ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई पालन किया जा रहा है और न ही जान की प्रवाह। हापुड़ से आई इन तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि एक के बाद एक सड़क हादसों में बड़ी संख्या में मजदूरों के मारे जाने की खबर के बीच किस तरह बेबस मजदूर बसों की छतों और मेटाडोर में भेड़-बकरियों की तरह भरकर अपने घर के लिए जा रहे हैं। वाहनों में बैठे प्रवासी मजदूरों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में ढ़ाई साल की मासूम से रेप की शर्मनाक हरकत आई सामने
वहीं, पुलिस भी चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति ही करती हुई नजर आ रही है। शनिवार की सुबह 3:30 बजे हुए औरेया सड़क हादसे में 24 मजदूरों के शररी से बहा खून सूखा भी नहीं है। इस बीच बसों व अन्य वाहनों में भीड़ की शख्ल में जाते इन प्रवासी मजदूरों की तस्वीर फिर से सामने आने लगी है। अगर पुलिस-प्रशासन इसी तरह इनकी अनदेखी करता रहा तो कहीं भी कोई भी बड़ा सड़क हादसा फिर से हो सकता है। गैरतलब है कि शनिरा यानी आज सुबह 3:30 बजे उत्तरप्रदेश के औरैया में बड़ा हादसा हो गया। यहां दो ट्रकों की टक्कर में राजस्थान से आ रहे 24 मजदूरों की मौत हो गई है, जबिक 35 से ज्यादा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। औरैया के डीएम अभिषेक सिंह के मुताबिक घटना सुबह साढ़े तीन बजे हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें 15 लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।