बता दें कि थाना धौलाना में दो पूर्व में आयशर केंटर लूट का एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी और पुलिस के अनुसार जब जाँच की गयी तो पुलिस को लूट के मुकदमे में कुछ सक हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने शिकायतकर्ता से पूछताछ शुरू कर दी और जब पुलिस ने शख्ती से पूछताछ की तो शिकायतकर्ता ने पुलिस को पुरे मामले की जानकारी दी दी।
पुलिस ने फर्जी लूट का खुलासा करते हुआ बताया कि पकडे गए चार आरोपी हरियाणा से हरियाणा मार्का अंग्रेजी शराब की अवैध तरीके से सप्लाई किया करते थे और बिहार-यूपी के जिलों में शराब को बेचा करते थे। शातिर शराब तस्कर इतने शातिर थे कि केंटर में कुछ मुर्गी दाने की बोरिया रखकर उनके फर्जी बिल बनवाया करते थे और उसी की आड़ में शराब की तस्करी किया करते थे।
पुलिस का कहना है कि दो दिन पूर्व शराब तस्करी के पैसे को लेकर करीब 8 शराब तस्करों में विवाद को गया और सभी में बात बिगड़ गयी। बात बिगने पर एक शराब तस्कर ने लालच में आकर ज्यादा रुपये कमाने के लिए केंटर को एक गोपनीय स्थान पर ले जाकर खड़ा कर दिया और अपने साथियों से बात को छिपाते हुए मामले को लूट का रूप दे दिया। जिसमें थाना धौलाना में लूट का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने जब इस मामले में जाँच की तो लूट का मुकदमा फर्जी निकला और पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया।