माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को अचला सप्तमी या रथ सप्तमी कहा जाता है। कहा जाता है कि सूर्यदेव इसी दिन पृथ्वी को अपनी दिव्य ज्योति से प्रकाशित करने निकले थे। इसे माघी सप्तमी, सूर्य सप्तमी, सूर्यरथ सप्तमी आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन सूर्यदेव की आराधना करना बेहद शुभ होता है।
ज्योतिषी आचार्य दीपक दीक्षित बताते हैं कि इस दिन से 40 दिनों की एक पूजा शुरू करें। निष्ठापूर्वक यह काम करने से मनोवांछित फल जरूर मिलते हैं। पंडित दीक्षित के अनुसार सूर्य सप्तमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्यदेव को अघ्र्य दें। फिर आदित्यह्रदयस्तोत्र का पाठ करें। तीन बार पाठ करें और हर बार पाठ पूर्ण होने के बाद सूर्य देव को अघ्र्य दें। ऐसा नियमित रूप से 40 दिन तक करें और संभव हो तो इसे हमेशा जारी रखें। सूर्यदेव की कृपा आप पर हमेशा कायम रहेगी और इसके फलस्वरूप अच्छी नौकरी, प्रमोशन, राजनैतिक पद या सम्मान प्राप्त होंगे।