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छात्रों से फीस पूरी लेने के बाद भी नहीं दिया प्रवेश पत्र

locationहरदाPublished: Apr 24, 2022 12:18:34 am

Submitted by:

rakesh malviya

27 अप्रेल से शुरू होगी सीबीएसई की परीक्षा

छात्रों से फीस पूरी लेने के बाद भी नहीं दिया प्रवेश पत्र

छात्रों से फीस पूरी लेने के बाद भी नहीं दिया प्रवेश पत्र

हरदा. शहर के सनफ्लॉवर स्कूल द्वारा पांच विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बच्चों के परिजनों के साथ स्कूल में धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता तब तक अड़े रहे जब तक शिक्षा विभाग एवं स्कूल प्रबंधन द्वारा 27 अपे्रल से शुरू होने वाली सीबीएसई की परीक्षा में उक्त विद्यार्थियों को शामिल करने का भरोसा दिलाया गया। प्रबंधन ने अभाविप को बताया कि उनके द्वारा स्कूल के प्राचार्य को भोपाल रवाना कर दिया है। उनके द्वारा पांचों विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन कराकर प्रवेश पत्र दिया जाएगा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन बंद किया।

प्राचार्य ने कहा रजिस्टेशन नहीं हुआ
जानकारी के अनुसार सनफ्लॉवर स्कूल में अध्ययन करने वाले छात्र रोनित गौर निवासी रेलवा, निखिल गौर रेलवा, आशु मीणा हरदा, श्लोक दुरान हरदा, शिवराज बिल्लौरे हरदा को सीबीएसई कक्षा 10वीं की सालभर पढ़ाई करवाई गई। अद्र्धवार्षिक परीक्षा भी दिलवाई गई। विद्यार्थियों से स्कूल द्वारा पूरी फीस भी ली गई, लेकिन तीन दिन बाद वार्षिक परीक्षा में शामिल होने के लिए उक्त विद्यार्थी स्कूल में अपना प्रवेश पत्र लेने के लिए गए तो स्कूल प्राचार्य द्वारा उन्हें कहा गया कि उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है और वे परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं।

प्रवेश पत्र नहीं दिया
विद्यार्थियों ने घर जाकर परिजनों को बताया कि उन्हें प्रवेश पत्र नहीं दिया गया और परीक्षा से वंचित किया जा रहा है। जिस पर बच्चों के परिजन और अभाविप के कार्यकर्ता सनफ्लॉवर स्कूल पहुंचे। उन्होंने प्राचार्य से बच्चों को परीक्षा में क्यों नहीं बैठने देने के बारे में पूछा तो उन्होंने संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं दिया। इससे नाराज होकर उन्होंने पहले तो प्राचार्य कक्ष में बैठकर नारेबाजी की। जब प्राचार्य अपने कक्ष से बाहर जाने लगे तो अभाविप के कार्यकर्ताओं ने उन्हें कुर्सी से उठने नहीं दिया, वहीं कुछ कार्यकर्ता रास्ते पर बैठ गए और अन्य शिक्षकों को कमरे में बंधक बना लिया। कुछ देर बाद सभी शिक्षकों को कमरे से बाहर निकालकर दरवाजा लगा दिया गया। कार्यकर्ताओं ने काफी समय तक स्कूल के गेट के सामने बैठकर प्रदर्शन किया।

परीक्षा दिलवाने को दिया आश्वासन
मामले को लेकर अभाविप के जिला संयोजक पुरुषोत्तम झिंझोरे ने कहा कि पांच विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा में बैठने नहीं देने का मामला विद्यार्थी परिषद के संज्ञान में आया तो कार्यकर्ता बच्चों के परिजनों के साथ स्कूल पहुंचे। स्कूल परिसर में धरना प्रदर्शन कर बच्चों के लिए आवाज उठाई। स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को परीक्षा दिलवाने का आश्वासन दिया गया है।

पूर्व प्राचार्य पर 20 -20 हजार रुपए लेने का आरोप
छात्र रोनित गौर के पिता राजेश गौर ने स्कूल के पूर्व प्राचार्य मनोज लुकोस पर एडमिशन के नाम पर डोनेशन मांगने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि दसवीं में एडमिशन के लिए प्राचार्य ने 20-20 हजार रुपए भी लिए थे। बच्चों को पूरे साल पढ़ाने के बाद अद्र्धवार्षिक परीक्षा भी ली गई। जब वार्षिक परीक्षा आई तो पाचों बच्चों को बाहर निकाल दिया। परिजनों ने कहा कि अगर हमारे बच्चों का भविष्य खराब हुआ और उनके साथ कोई अनहोनी घटना हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की रहेगी।
इनका कहना
विद्यार्थियों के फार्म जमा करा दिए थे, लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था। प्राचार्य को भोपाल भिजवा दिया है। उनके द्वारा पांचों विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल कराने की प्रक्रिया की जाएगी।
प्रवीण जैसानी, शिक्षण विकास समिति, सनफ्लॉवर स्कूल, हरदा
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