दोहन पर नहीं रोक, होता है अवैध उत्खनन
मांदला की कालीमाचक नदी के दोहन पर रोक नहीं लग सकी है जिससे नदी का अस्तित्व भी खतरे में है। नदी से रेत, मिटटी, मुरूम के अवैध रूप से परिवहन हो रहा है। नदी पर खुलेआम एवं मनमाने तौर पर यहां-वहां खुदाई की जाती है, जिससे नदियो का स्वरूप बिगड़ रहा है। मांदला स्थित कालीमाचक नदी में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर अवैध उत्खनन करनेवालों ने किनारों को खोखला कर दिया है। इससे नदी की पालों का कटाव हो रहा है, वहीं इस कटाव से नदी का बहाव भी प्रभावित होता है। इन्हीं कारणों से बाढ या आपदा जैसी स्थिति निर्मित होती है। नदी से मिटटी निकालकर नदी के किनारे ही ईंट-भट्टों का संचालन भी किया जा रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के संरक्षण मे होने के बावजूद नदी से अवैध उत्खनन नहीं रूक रहा है।
मांदला की कालीमाचक नदी के दोहन पर रोक नहीं लग सकी है जिससे नदी का अस्तित्व भी खतरे में है। नदी से रेत, मिटटी, मुरूम के अवैध रूप से परिवहन हो रहा है। नदी पर खुलेआम एवं मनमाने तौर पर यहां-वहां खुदाई की जाती है, जिससे नदियो का स्वरूप बिगड़ रहा है। मांदला स्थित कालीमाचक नदी में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर अवैध उत्खनन करनेवालों ने किनारों को खोखला कर दिया है। इससे नदी की पालों का कटाव हो रहा है, वहीं इस कटाव से नदी का बहाव भी प्रभावित होता है। इन्हीं कारणों से बाढ या आपदा जैसी स्थिति निर्मित होती है। नदी से मिटटी निकालकर नदी के किनारे ही ईंट-भट्टों का संचालन भी किया जा रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के संरक्षण मे होने के बावजूद नदी से अवैध उत्खनन नहीं रूक रहा है।
पुल पर रैलिंग नहीं, दुघर्टनाओं का अंदेशा
नदी पर सुविधाओं की वृद्धि तो दूर नदी पर बने पुल पर पूरी रैलिंग भी नहीं है। कहीं रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई तो कहीं टूटकर पुल से लटक रही है। यह नदी मांदला के किनारे स्थित है जिस पर होशंगाबाद खंडवा स्टेट हाईवे गुजरता है। नदी के उपर वर्षो पुराना पुल है, जो वर्तमान में कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो रहा है। लेकिन इन व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है-
केन्द्रीय जल आयोग द्वारा नदी के किनारे बोर्ड लगाए जाने संबंधी जानकारी ली गई है। निगरानी रखकर अवैध उत्खनन करनेवालों पर कार्यवाही की जा रही है।
वीपी यादव, एसडीएम, खिरकिया
नदी पर सुविधाओं की वृद्धि तो दूर नदी पर बने पुल पर पूरी रैलिंग भी नहीं है। कहीं रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई तो कहीं टूटकर पुल से लटक रही है। यह नदी मांदला के किनारे स्थित है जिस पर होशंगाबाद खंडवा स्टेट हाईवे गुजरता है। नदी के उपर वर्षो पुराना पुल है, जो वर्तमान में कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो रहा है। लेकिन इन व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है-
केन्द्रीय जल आयोग द्वारा नदी के किनारे बोर्ड लगाए जाने संबंधी जानकारी ली गई है। निगरानी रखकर अवैध उत्खनन करनेवालों पर कार्यवाही की जा रही है।
वीपी यादव, एसडीएम, खिरकिया