scriptजिले में 1099 व्यक्तियों पर अस्पताल में एक पलंग की व्यवस्था | Arrangement of one bed on 1099 persons in the district | Patrika News

जिले में 1099 व्यक्तियों पर अस्पताल में एक पलंग की व्यवस्था

locationहरदाPublished: Mar 30, 2020 08:27:58 pm

Submitted by:

gurudatt rajvaidya

– हालात बिगड़े तो अस्पतालों में कम पड़ेंगे बेड,- ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में सामान्य दिनों में ही रहती है अव्यवस्थाएं, संकटकाल में चिंताजनक बन सकती है स्थिति

जिले में 1099 व्यक्तियों पर एक पलंग की व्यवस्था

जिले में 1099 व्यक्तियों पर एक पलंग की व्यवस्था

पत्रिका डेटा डीकोडेड
गुरुदत्त राजवैद्य, हरदा। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की स्थिति में सभी को बेहतर इलाज मिलना संभव नजर नहीं आ रहा। जिले की जनसंख्या (वर्ष २०११) के अनुसार १०९९ व्यक्तियों पर अस्पतालों में 1 बेड की व्यवस्था है। यह आंकड़ा सरकारी और निजी अस्पतालों में उपलब्ध बेड की संख्या के हिसाब से है। केवल सरकारी अस्पतालों की बेड संख्या और जिले की जनसंख्या के मान से देखा जाए तो प्रति व्यक्ति बिस्तरों की संख्या १८०५ रहती है। स्वास्थ्य सेवाओं के यह आंकड़े चौकाने वाले के साथ ही चिंताजनक भी है। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लोगों को घरों में ही रहने और बाहर निकलने पर 1 मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखने का बार-बार कहा जा रहा है, उसे सभी नहीं मान रहे। इससे आने वाले दिनों में स्थिति बिगडऩे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। जिले के छोटे-बडे ़(जिला अस्पताल, 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 6 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) 10 अस्पतालों में 316 बेड की सुविधा है। गांवों के कई छोटे अस्पतालों के पलंगों की संख्या इनमें शामिल है, लेकिन यहां के हालात पहले से ही खराब हैं। वहीं 11 निजी अस्पतालों में 203 बिस्तर हैं। इनमें बेड के संख्या अधिकतम 31 और न्यूनतम 10 बताई जा रही है।
जिला अस्पताल में दो वेंटिलेटर, एक निजी नर्सिंग होम में
शहर में सिर्फ 3 वेंटिलेटर हैं। इनमें से 2 जिला अस्पताल के तथा एक शहर में स्थित पल्स हॉस्पिटल का बताया जा रहा है। इन हालातों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें किस प्रकार इलाज मुहैया कराया जाएगा, यह आसानी से जाना जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग के पास ५२ पीपीई किट
कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में अतिआवश्यक पीपीई (पर्सनल प्रोटक्शन इक्यूपमेंट) के ५२ किट स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध हैं। इस दौरान उपयोग किए जाने वाले एन-९५ मास्क की उपलब्धता संख्या ३८३ बताई जा रही है। विभाग के पास १४३०० थ्री लेयर मास्क हैं। हर छह घंटे में इन्हें बदला जाने से आने वाले दिनों में इनकी मांग भी रहेगी।
6 लीटर सेनेटाइजर है स्टॉक में
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल 6 लीटर सेनेटाइजर उपलब्ध है। समय-समय पर इसी का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य सरकारी अस्पतालों में भी जरुरत अनुसार सेनेटाइजर उपलब्ध है।
इनका कहना है
कोराना पॉजीटिव मरीजों के उपचार की समुचित व्यवस्था की गई है। इससे शासन को भी अवगत कराया जा चुका है। जिला मुख्यालय पर सेनेटाइजर बनाने का काम भी शुरू किया है। ट्रायल के रूप में 5 बॉटल तैयार भी किया जा चुका है। मरीजों को समुचित इलाज उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
– डॉ. केके नागवंशी, सीएमएचओ, हरदा
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