हरे-भरे पेड़ों पर चल रही कुल्हाड़ी, अवैध कटाई जोरों पर
ट्राली पर ऊपर सूखी लकडिय़ां रखते हैं ताकि किसी को शक न हो। मुख्य मार्ग को छोड़ शॉर्टकट रास्ते से लकडिय़ां ले जाते हैं। इनमें अधिकांश आम के पेड़ों की बलि दी जा रही है। इन व्यापारियों के पास पेड़ों की कटाई, लकडिय़ों की डीपी वगैरह कुछ भी नहीं रहती फिर भी यह कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। क्षेत्र के आलमपुर, निमिया गांव, रहटगांव आदि में हरे पेड़ों की कटाई चल रही है। किसान थोड़े से पैसों की लालच में हरे पेड़ व्यापारी को बेच देते हैं जिन्हें व्यापारी मशीनों द्वारा काटकर रात्रि में ट्रैक्टर पर चढ़ाकर ले जाते हैं। लकडिय़ों को हरदा ले जाया जा रहा है।
ट्राली पर ऊपर सूखी लकडिय़ां रखते हैं ताकि किसी को शक न हो। मुख्य मार्ग को छोड़ शॉर्टकट रास्ते से लकडिय़ां ले जाते हैं। इनमें अधिकांश आम के पेड़ों की बलि दी जा रही है। इन व्यापारियों के पास पेड़ों की कटाई, लकडिय़ों की डीपी वगैरह कुछ भी नहीं रहती फिर भी यह कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। क्षेत्र के आलमपुर, निमिया गांव, रहटगांव आदि में हरे पेड़ों की कटाई चल रही है। किसान थोड़े से पैसों की लालच में हरे पेड़ व्यापारी को बेच देते हैं जिन्हें व्यापारी मशीनों द्वारा काटकर रात्रि में ट्रैक्टर पर चढ़ाकर ले जाते हैं। लकडिय़ों को हरदा ले जाया जा रहा है।