बस स्टैंड भवन का निर्माण दो चरण में पूरा होना है। पहले चरण में बस स्टैंड के प्रस्तावित बी व सी ब्लाक बनना है। जानकारी के अनुसार बीएसएनएल ऑफिस की ओर (सी ब्लाक) में दुकानें बनाई जाएंगी। यह इमारत तीन मंजिला रहेगी। वहीं संकटमोचन हनुमान मंदिर की ओर (बी ब्लाक) भी तीन मंजिला बनाया जाएगा। इसकी हर मंजिल पर दुकानें रहेंगी। इन दोनों का निर्माण पूर्ण होने पर बस स्टैंड की मौजूदा बड़ी इमारत के स्थान पर ए ब्लाक तैयार किया जाएगा। इसमें दुकानें ऐसी बनाई जाएंगी कि परिसर में खड़े व्यक्ति को दोनों सतह की दुकानें दिखें। इसके ऊपरी छत पर हॉल सहित अन्य निर्माण कराना प्रस्तावित है। जिन्हें व्यवसायिक उपयोग के लिए दिया जाएगा। नए भवन में पुलिस चौकी का निर्माण कराया जाएगा, ताकि सुरक्षाकर्मी बस स्टैंड की हर गतिविधि पर नजर रख सकें। यहां फीडिंग रूम व ड्राइवर-कंडक्टर विश्राम गृह भी बनाया जाएगा।
शहर के मास्टर प्लान के अनुसार नपा द्वारा बस स्टैंड के 33546 .59 वर्ग मीटर क्षेत्र में से 11932 वर्ग मीटर पर निर्माण कराया जाएगा। यह कुल क्षेत्रफल का करीब 35 प्रतिशत है। यानि 6 5 फीसदी जगह खुली रहेगी। इससे बसों के आवागमन के लिए पर्याप्त स्थान बचेगा। यात्रियों के बैठने की भी समुचित व्यवस्था रहेगी।
बस स्टैंड की छत के साथ ही पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें लोहे के सरिए निकल आए हैं। रोजाना प्लास्टर की परतें गिरती जा रही हैं। इससे जनहानि होने की आशंका बढ़ गई है।
जिला मुख्यालय के वर्षों पुराने इस बस स्टैंड पर रोज करीब १५० बसों की आवाजाही होती है। प्रतिदिन दस हजार यात्री यहां से होकर गुजरते हैं। इस हिसाब से परिसर में सुविधाओं का अभाव हमेशा बना रहता है।
परिसर में पीने के पानी का अभाव रहता है। नपा द्वारा यहां प्लास्टिक की टंकी रखवाई गई है। इसी के पास वाटर कूलर रखा है, जो शोपीस बनकर रह गया है। कई यात्रियों को दुकानों पर पहुंचकर पानी पीना पड़ता है।
बस स्टैंड पर आवारा मवेशियों की भी भरमार है। इससे दुकानदार और यात्री परेशान हैं। इनकी धरपकड़ नहीं होने से यात्रियों की जान सांसत में रहती है। परिसर में सीसीटीवी का भी अभाव
बस स्टैंड परिसर में सीसीटीवी का भी अभाव है। बस ऑपरेटर्स और दुकानदारों का कहना है कि यह सुविधा मिले तो असामाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में पुलिस को मदद मिलेगी। यात्री सुरक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है।
बस स्टैंड निर्माण प्रस्तावित है। इसका नक्शा दोबारा बनवाया गया है। जल्द ही इसे स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद निर्माण संबंधी कार्रवाई शुरू होगी।
– जीके यादव, सीएमओ, नगर पालिका हरदा