रहटगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव पाटियाकुआं निवासी नानकराम मजदूरी करने के लिए सोडलपुर में किसान के यहां आया था। उसका 15 साल का बेटा भी उसके साथ सोडलपुर आया था। यह किशोर मानसिक रूप से कमजोर है। नानकराम अपने काम में लग गया तो उसका बेटा इधर-उधर घूमने लगा। मजदूर का यह दिव्यांग बेटा घूमते-घूमते पास के गांव धौलपुर चला गया।
इधर बेटे को गांव में न देखकर नानकराम परेशान हो गए। उसकी खोजबीन चालू की गई लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। इधर धोलपुर में जब दिव्यांग किशोर पहुंचा तो गांववालों ने उससे उसका पता-ठिकाना पूछना शुरू कर दिया। मानसिक रूप से दिव्यांग किशोर कुछ भी नहीं बता सका। न तो वह अपने बारे में गांववालों को बता सका न ही अपने माता-पिता या गांव की जानकारी दे पाया।
बच्चा गुमा तो सक्रिय हुई डायल 100, कुछ ही देर में मिला दिया इसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची डायल 100 द्वारा बालक से पूछताछ की गई लेकिन वह सही पता नहीं बता पा रहा था। इस पर पुलिस ने वायरलैस और मोबाइल खडक़ाए तो उसके माता-पिता का पता चल गया। डायल 100 के पुलिस के जवानों द्वारा उक्त बालक को सोडलपुर में काम करनेवाले उसके माता पिता से मिलाया गया।