विकासखंड मुख्यालय के सबसे करीबी गांव पोखरनी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गांव के हर मोहल्ले में कूड़ा कचरा एवं कीचड़ के ढेर लगे हुए हंै। पंचायत द्वारा यहां कभीकभार सफाई कराई जाती है, लेकिन गंदगी बढ़ाने वालों से सख्ती से नहीं निपटा जाता। उन्हें रोका नहीं जाता। गांव में पं. बालकृष्ण दाधीच के घर के सामने लगे हैंडपंप के पास गंदगी का ढेर लगा हुआ है। इसके अलावा गांव के हर मोहल्ले में कूड़े कचरे के ढेर लगे हुए हंै। कुछ ग्रामीण अपने मवेशी को भी रास्ते पर बांधते हैं। जिससे गांव में गंदगी हो रही है। मच्छर प्रकोप बढऩे से लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। पंचायत का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। पूर्व में भी कई बार गंदगी को लेकर शिकायत की जा चुकी है। सीएम हेल्पलाइन पर भी गांव की अस्वच्छता को लेकर शिकायत की जा चुकी है।। इसके बाद कुछ हद तक सफाई दिखी, लेकिन बाद में पुन: वही स्थिति बनी हुई है।
विकासखंड मुख्यालय से सटे गांव मुहाल की भी यही स्थिति बनी हुई है। जहां स्वच्छता की तो कमी है ही, मार्ग भी साफ सुथरे नहीं है। गांव में मार्गों पर कीचड एवं गंदा पानी फैला हुआ है। गांव में मुख्य मार्गों की भी यही स्थिति बनी हुई है। गांव में कई स्थानों पर नाली नहीं होने के कारण घरों का निकासी पानी सड़कों पर बहता है। जिस पर से ग्रामीणों को आवागमन करना पड़ता है। कई बार ग्रामीणों द्वारा समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्याओ का निराकरण नहीं किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को गंदे पानी और कीचड़ के बीच ही आवागमन करना पड़ता हैै। मार्गों की यह स्थिति अस्वच्छता को बढ़ावा दे रही है।
विकासखंड के कई ग्रामों मे यह अव्यवस्थाएं पसरी हुई हैं, जिनकी स्थिति सुधारने के लिए विभागीय अधिकारियो को भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है, ताकि गांव भी शहरो की तरह साफ और स्वच्छ हो सकें। ग्रामीणों में जागरूकता की भी कमी है। वहीं कचरा फेंकने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है। ऐसे में ग्रामीणो द्वारा भी यहां वहंा कचरा फेंक दिया जाता है। गांवों में कचरा संग्रहण के लिए कचरा पेटियां, कचरा गाड़ी सहित अन्य व्यवस्थाएं किए जाने की जरूरी है।
स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान समाप्त हो चुका है। ग्राम पंचायतों में अस्वच्छता की सूचना मिलने पर संबंधित ग्राम पंचायत के माध्यम से स्वच्छता कार्यों में गति लाई जाएगी।
– शिवजी सोलंकी, सीईओ जनपद पंचायत, खिरकिया
और इधर, ग्रामीण खुद साफ कर रहे नाली और सड़क
टेमागांव। टिमरनी विकासखंड के भादूगांव में ग्राम पंचायत द्वारा नालियों का निर्माण तो किया गया, लेकिन इनकी साफसफाई नहीं कराई जाती। हालात बिगडऩे पर ग्रामीणों को खुद मैदान में उतरना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा सफाई का कहने पर सरपंच एवं सचिव द्वारा इसके लिए फंड एवं कर्मचारी ना होने की बात कह कर टाल दिया जाता है। मुख्य मार्ग एवं वार्ड क्रमांक 9 किरार मोहल्ला में चौकी से लेकर खाली पार तक गंदा पानी निकासी के लिए पूर्व में बनी नाली पूर्ण रूप से टूट चुकी व मलवे से भर गई है। जिससे गंदा पानी रोड पर बहता है। गंदगी एवं जलभराव से डेंगू एवं मलेरिया जैसी घातक बीमारियों के लारवा पनप रहे हैं। ग्रामीण बार-बार बीमार पड़ रहे हैं। पिछले दिनों महेश पिता भागीरथ कीर (28 ) डेंगू बुखार की चपेट में आ गया था। इलाज के लिए इंदौर ले जाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। बीमारी फैलने के भय से ग्रामीण खुद नालियों की सफाई करने पर मजबूर हैं। गांव के विकास तिवारी, विवेक तिवारी, राकेश किरार एवं धर्मेंद्र किरार ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की, लेकिन हुआ कुद नहीं।