जर्जर भवनों में संचालित हो रही ग्राम पंचायतों के फिरेंगे दिन, नए पंचायत भवनों का हुआ निर्माण
हरदाPublished: Sep 27, 2020 08:40:59 pm
शीघ्र होगी स्थानांतरण की प्रक्रिया
जर्जर भवनों में संचालित हो रही ग्राम पंचायतों के फिरेंगे दिन, नए पंचायत भवनों का हुआ निर्माण
खिरकिया. वर्षों से जर्जर और खस्ताहाल भवनों में संचालित हो रहे ग्राम पंचायतों के कामकाज अब नए भवनों में होंगे। विकासखंड के अंतर्गत आने वाली आधा दर्जन से अधिक पंचायतों में नए भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश भवनों के निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुके है। ऐसे में जहां पंचायतों के कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगे, वहीं ग्रामीणों को भी इससे सुविधाएं मिलेगी। जानकारी के अनुसार मनरेगा एवं परफार्मेंस ग्रांट के संयुक्त उपक्रम से विकासखंड में ग्राम पंचायत भवनों का नया निर्माण किया गया है। जिन्हें शीघ्र ही पुराने भवनों से नए भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा। नए भवनों में अंतिम कार्य शेष है। इसके बाद भवनों का लोकार्पण होगा।
लाखों की लागत से हुआ पंचायत भवनों का निर्माण-
खिरकिया जनपद पंचायत के अंतर्गत 67 ग्राम पंचायतें है। इसमें से आधी से अधिक पंचायतों में नए भवनों का निर्माण किया जा चुका है, कुछ का निर्माण कार्य जारी है। वहीं कुछ पंचायतों में अभी तक नए पंचायत भवनों को स्वीकृत नहीं किया जा सका है। वर्तमान में 7 पंचायत भवनों का निर्माण किया गया है। इसमें ग्राम पंचायत सोमगांव कला, बडऩगर में 12 लाख 85 हजार एवं चारूवा, मकड़ाई, आमासेल डेडगांव माल, सांवरी में 14 लाख 85 हजार की लागत से पंचायत भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें 10 लाख रुपए मनरेगा एवं 2 लाख 85 हजार रुपए 13वां वित्त से खर्च कर निर्माण किया जा रहा है। क्लस्टर भवनों के लिए 14 लाख 85 हजार से अधिक राशि खर्च की जा रही है। इन पंचायत भवनों में 5 कक्षों के साथ शौचालयों का निर्माण भी किया जा रहा है। विकलांग हितग्राहियों के लिए रैंप आदि की व्यवस्था भी रहेगी।
निर्माण में लेटलतीफी, कहीं 6 तो कहीं 3 वर्ष पहले हुआ था स्वीकृत-
पंचायत भवनों के निर्माण में लेटलतीफी की गई। इन भवनों का वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है, हालांकि अब भवन निर्माण पूर्णता की ओर है। ग्राम पंचायत सोमगांव कला, बडऩगर में वर्ष 2013-14 में पंचायत भवनों को स्वीकृति दी गई थी। इसका अब 6 वर्ष बाद निर्माण पूर्ण हुआ है। इतने वर्ष में तो पंचायत भवनों की निर्माण लागत ही बढ़ गई। ऐसे में पुरानी लागत में ही पंचायत भवनों का निर्माण कराना पड़ रहा है। इसी तरह ग्राम पंचायत चारूवा, मकड़ाई, आमासेल डेडगांव माल, सांवरी में वर्ष 2017 में पंचायत भवनों के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी। जिसे अब तक करीब 3 वर्ष बीत चुके है।
रिकार्ड रहेंगे सुरक्षित, ग्रामीणों को मिलेगी सुविधाएं
वर्तमान में पंचायत कार्यालय पुराने पर जर्जर भवन में संचालित हो रहे है। पुराने भवनों में बैठक व्यवस्था और रिकार्ड रखने की जगह नहीं है। कई बार बारिश में रिकार्ड खराब हो जाता है। कम्प्यूटर सिस्टम का संचालन नहीं हो पाता था। इससे ग्रामीणों को समय पर प्रमाण पत्र व रिकार्ड उपलब्ध नहीं हो पाते थे, लेकिन नए भवन में रिकार्ड आदि रखने की व्यवस्था होगी। इससे ग्रामीणों को सुविधाएं मिलेगी। पंचायत मुख्यालय से करीब 40 योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को दिया जाता है। इसके चलते ग्रामीण व हितग्राही पूरी तरह पंचायतों पर आश्रित होते है, लेकिन भवन संबंधी अव्यवस्थाओं के चलते उन्हें परेशान होना पड़ता था।
इनका कहना है-
7 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों का निर्माण किया गया है। कुछ अंतिम कार्य शेष है। शीघ्र ही कार्य पूर्ण होने के बाद पंचायत कार्यालयों को नए भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा।
देवेश्वर दुधे, खंड पंचायत निरीक्षक, जपं खिरकिया