हरदा

कोरोना संक्रमण ने नगर में पसारे पैर, फिर भी सतर्कता नहीं बरत रहे लोग, प्रशासन भी कर रहा अनदेखी

सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना प्रोटोकाल का नगर में भीड़ उड़ा रही माखौल

हरदाAug 18, 2020 / 10:08 pm

gurudatt rajvaidya

कोरोना संक्रमण ने नगर में पसारे पैर, फिर भी सतर्कता नहीं बरत रहे लोग, प्रशासन भी कर रहा अनदेखी

खिरकिया. नगर सहित तहसील में लगातार कोरोना का दायरा बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह पहले कोरोना ने तेजी से क्षेत्र में दस्तक दी। इसके बाद लोग इसके चपेट में आ रहा है। पुलिस महकमे के कई कर्मी संक्रमित हो चुके है। ऐसी स्थिति में जहां सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, वहां लापरवाही बरती जा रही हैं। बाजार में खासी भीड़ जुट रही है। इससे सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो रहा है। ना ही लोग मास्क का प्रयोग करते नजर आ रहे है। प्रशासन द्वारा भी पूर्व में कार्रवाई करने की चेतावनी तो दी, लेकिन नहीं हो रही है। लोगों में जागरूकता की कमी और लापरवाही से कोरोना संक्रमण और अधिक फैलने का खतरा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार नगर सहित तहसील में कोरोना के करीब दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके है। इसके बावजूद लोग इसके प्रति सतर्क नहीं दिख रहे है।
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां-
इन दिनों बाजार में कोरोना प्रोटोकाल का खुला उल्लंघन हो रहा है। दुकानों के संचालन के लिए तय किए नियमों का माखौल उड़ाया जा रहा है। वर्तमान में दुकानें लगभग पुराने समय तक खुल रही है। दुकानों पर भीड़ लग रही है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल पालन नहीं हो रहा है। लॉकडाउन के दौरान जहां लोगों को निर्धारित दूरी पर कतारों में लगाकर व्यवसाय किया जा रहा था, वहीं अब ऐसी कोई भी व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। ऐसी स्थिति में प्रशासन को ध्यान दिया जाना चाहिए। वर्तमान में नगर कोरोना के संक्रमण से अछूता है, लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ता है, तो स्थिति काफी बिगड़ सकती है। पूर्व में जिले में कोरोना संक्रमण नहीं था, तब सख्ती और सतर्कता बरती जा रही थी, लेकिन अब कोरोना संक्रमित बढऩे के साथ ही लापरवाही भी बढ़ती जा रही है।
मास्क के उपयोग को लेकर गंभीर नहीं लोग-
कोरोना संक्रमण के मुख्य लक्षण सर्दी खांसी है। इससे ही कोरोना फैलने की भी बात कही जाती है। इसके लिए लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है, लेकिन बाजार में लोग बगैर मास्क के ही पहुंच रहे है। आम लोगों के अलावा दुकानदारों द्वारा भी मास्क का उपयोग नहीं किया जा रहा है। पूर्व में मास्क नहीं लगानेे वालों पर चालानी कार्रवाई भी की गई थी। इससे लोगों में मास्क के प्रयोग को लेकर जागरूकता और कार्रवाई का डर भी था। अब वह कार्रवाई भी बंद हो गई है। ऐसे में लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों, दुकानों पर सेनेटाइजर का भी प्रयोग नहीं किया जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों से सतर्कता व सुरक्षा के लिए आरोग्य सेतु ऐप लोगों से डाउनलोड कराए गए थे, लेकिन अब इस ऐप से लोगों ने किनारा कर लिया है।
कार्रवाई और जागरूकता की जरूरत-
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूर्व में प्रशासन ने सख्त कदम उठाए गए थे, लेकिन अब अनलॉक होते ही प्रशासन की भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्थाओं को लेकर रूचि कम हो गई है। 10 अगस्त को खंड स्तरीय कोरोना समिति की बैठक में जागरूकता अभियान के बाद मास्क का उपयोग व कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं करने पर कार्रवाई किए जाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन इसको लेकर गतिविधियां नहीं दिख रही है। गांवों में रोको टोको दल के माध्यम से जागरूकता लाई जा रही है, लेकिन नगर में इसकी कमी दिख रही है।
इनका कहना है-
पुलिस अमले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बड़ी है। नगर में भी दायरा बढ़ता जा रहा है। नागरिकों को इसके प्रति सतर्क व सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसके बावजूद कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।
अलका एक्का, तहसीलदार, खिरकिया
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