मुख्य चौराहे से विश्राम गृह तक नहीं किया डामरीकरण
लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह से बस स्टैंड मार्ग होते हुए छीपाबड़ अटल तालाब आखिरी छोर तक इसी मार्ग के अंतर्गत बनाए गए सीसी का निर्माण लगभग पांच वर्ष पूर्व किया गया था, जिसमें मुख्य चौराहे से तालाब तक डामरीकरण कर दिया गया है, लेकिन चौराहे से विश्राम गृह तक मार्ग पर डामरीकरण नहीं किया गया है। यह नगर का अतिव्यस्तम मार्ग है। मार्ग पर विश्रामगृह के अतिरिक्त बस स्टैंड होने के कारण दिनभर बसों का आवागमन लगा रहता है। रेलवे स्टेशन होने के चलते बड़ी संख्या में रेल यात्री पहुंचते हैं। इसके अलावा सिविल न्यायालय, जनपद पंचायत, महिला बाल विकास, पशु चिकित्सालय, सामुदाायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित अन्य शासकीय विभाग हैं। पोखरनी बायपास मार्ग से सीधे जुड़े होने के कारण बड़ी संख्या में राहगीरों का आवागमन भी लगा रहता है। जहां दिन भर लोगो का आना जाना लगा रहता है। मार्ग वर्तमान में कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिस पर डामरीकरण किया जाना आवश्यक हो गया है, लेकिन विभाग इस ओर ध्यान नही दे रहा है।
लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह से बस स्टैंड मार्ग होते हुए छीपाबड़ अटल तालाब आखिरी छोर तक इसी मार्ग के अंतर्गत बनाए गए सीसी का निर्माण लगभग पांच वर्ष पूर्व किया गया था, जिसमें मुख्य चौराहे से तालाब तक डामरीकरण कर दिया गया है, लेकिन चौराहे से विश्राम गृह तक मार्ग पर डामरीकरण नहीं किया गया है। यह नगर का अतिव्यस्तम मार्ग है। मार्ग पर विश्रामगृह के अतिरिक्त बस स्टैंड होने के कारण दिनभर बसों का आवागमन लगा रहता है। रेलवे स्टेशन होने के चलते बड़ी संख्या में रेल यात्री पहुंचते हैं। इसके अलावा सिविल न्यायालय, जनपद पंचायत, महिला बाल विकास, पशु चिकित्सालय, सामुदाायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित अन्य शासकीय विभाग हैं। पोखरनी बायपास मार्ग से सीधे जुड़े होने के कारण बड़ी संख्या में राहगीरों का आवागमन भी लगा रहता है। जहां दिन भर लोगो का आना जाना लगा रहता है। मार्ग वर्तमान में कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिस पर डामरीकरण किया जाना आवश्यक हो गया है, लेकिन विभाग इस ओर ध्यान नही दे रहा है।
नगर परिषद कार्यालय पहुंच मार्ग पर छोड़ दिया
रेलवे लाइन पार गांधी चौक से नगर परिषद तक पहुंच मार्ग का भी डामरीकरण नहीं किया गया है। इस मार्ग का निर्माण भी लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया था। वर्तमान में मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहा है। गांधी चौक नगर के अतिव्यस्तम क्षेत्रों में से एक है, जहां दिन भर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। मार्ग पर नगर परिषद के अतिरिक्त गुरुद्वारा एवं श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर भी स्थित है। इसके अलावा यह मार्ग रेलवे स्टेशन भी पहुंचता है, जिससे बड़ी संख्या में मार्ग पर आवागमन लगा रहता है। ऐसी स्थिति में नागरिकों को खासी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। मार्ग पर डामरीकरण होने से आवागमन सुलभ हो सकेगा, लेकिन डामरीकरणा किए जाने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
रेलवे लाइन पार गांधी चौक से नगर परिषद तक पहुंच मार्ग का भी डामरीकरण नहीं किया गया है। इस मार्ग का निर्माण भी लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया था। वर्तमान में मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहा है। गांधी चौक नगर के अतिव्यस्तम क्षेत्रों में से एक है, जहां दिन भर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। मार्ग पर नगर परिषद के अतिरिक्त गुरुद्वारा एवं श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर भी स्थित है। इसके अलावा यह मार्ग रेलवे स्टेशन भी पहुंचता है, जिससे बड़ी संख्या में मार्ग पर आवागमन लगा रहता है। ऐसी स्थिति में नागरिकों को खासी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। मार्ग पर डामरीकरण होने से आवागमन सुलभ हो सकेगा, लेकिन डामरीकरणा किए जाने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
इनका कहना
नगर के छूटे हुए मार्गों की मरम्मत कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।राशि मिलने के बाद कार्य करवाया जाएगा।
बीआर रात्रे, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग, खिरकिया
नगर के छूटे हुए मार्गों की मरम्मत कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।राशि मिलने के बाद कार्य करवाया जाएगा।
बीआर रात्रे, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग, खिरकिया