बैठक में एसडीएम चौधरी ने कहा कि हंडिया एवं ऊंचान घाटों पर पेयजल एवं प्रकाश व्यवस्था के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। बरसात होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को ऊंचान घाट पर नहीं रुकने दिया जाए। उन्हें आसपास के गांव में स्कूलों एवं घरों में ठहराने की व्यवस्था की जाएगी। प्रतिवर्ष एक नाव से पंचक्रोशी यात्रियों को ऊंचान घाट से देवास जिले के राजोर घाट में उतारने की व्यवस्था रहती है जिससे यात्रियों को घंटों कतारों में खड़े रहकर नर्मदा पार करने की समस्या से जूझना पड़ता है। राजौर घाट से संदलपुर की दूरी अधिक होने से श्रद्धालु रात्रि पड़ाव वाले स्थान तक देरी से पहुंचते हैं जिसके चलते इस वर्ष एक साथ दो नावों को निकालने की व्यवस्था की जाएगी। देवास जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में ही यात्रियों को उतारने का कार्य किया जाएगा। बिजल गांव घाट से नौका पार करने का 10 एवं ऊंचान घाट से नौका से नर्मदा पार करने का 20 रुपए किराया लिया जाएगा। एक नाव में 20 से अधिक यात्रियों को नहीं बैठने दिया जाएगा। एसडीएम चौधरी ने कहा कि पंचक्रोशी यात्रा के दौरान नर्मदा के आसपास की सभी खदानों से 3 दिनों तक रेत के परिवहन पर रोक रहेगी।