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स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत पुरस्कृत वार्डों में पसरी गंदगी

locationहरदाPublished: Feb 19, 2018 06:13:47 pm

Submitted by:

rakesh malviya

सम्मान पाने वाले पार्षद भी खुश नहीं, नपं ने स्वच्छता अभियान के तहत लाखों खर्च लूटी वाहवाही

swakchta
खिरकिया. सवच्छता सर्वेक्षण 2018 तहत नगर परिषद द्वारा अभियान चलाकर खूब वाहवाही लूटी गई। लाखों रुपए खर्च भी किए गए। लोगों को डस्टबिन बांटने से लेकर नए वाहनों का भी क्रय कर लिया गया। बावजूद इसके वार्डों में गंदगी पसरी है। स्वच्छता में सहयोग देने के लिए नगर परिषद द्वारा गत दिवस कार्यक्रम आयोजित नगर के सबसे स्वच्छ वार्डो के पार्षदों को सम्मानित भी किया गया, लेकिन उन वार्डो में अस्वच्छता अभी भी पसरी हुई। नगर परिषद द्वारा वार्ड 4, 8 एवं 13 को नगर में सबसे स्वच्छ वार्डो के लिए पुरस्कृत किया गया था। लेकिन इन वार्ड में गंदगी पसरी है। जिससे स्वयं पुरस्कृत होने वाले पार्षद भी नाराज है।
पार्षद ने कहा – किस आधार पर दिया पुरस्कार पता नहीं-
वार्ड 8 को सबसे स्वच्छ वार्ड के रूप में प्रथम पुरस्कार दिया गया। वर्तमान में वार्डमें कई स्थानों पर कचरा पड़ा है। कालोनियों से सफाई नहीं हो पा रही है। पुरस्कृत होंने पर पार्षद कपिल साकले से पूछा तो उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था नियमित चल रही है, लेकिन इससे वे संतुष्ट नहीं है। बहुत से स्थानों पर अभी भी सफाई की जाना है। लेकिन इसकी व्यवस्था नगर परिषद नहीं कर पाई है। उन्हें सबसे स्वच्छ वार्ड के लिए किस आधार पर परिषद द्वारा पुरस्कृत किया गया है। इसकी भी जानकारी नहीं है। कपिल साकले परिषद में सभापति भी है, वहीं कांग्रेस समर्थित है। ऐसे में कांग्रेस समर्थित नगर परिषद की कार्यशैली से उनकी ही पार्टी के पार्षद संतुष्ट नहीं है।
वार्ड 13 में गंदगी से वार्डवासी परेशान-
स्वच्छता वार्डो की श्रेणी में वार्ड 13 छीपाबड को द्वितीय स्थान परिषद द्वारा दिया गया। लेकिन यहां की वर्तमान स्थिति यह है कि वार्डवासी गंदगी से काफी परेशान है। वार्ड में नालियों की सफाई नहीं हो रही है। घरों व मार्ग के किनारे कचरे के ढेर लगे है। रोजाना वार्ड में कचरा उठाने गाडियां पहुंचती है, लेकिन इन ओर ध्यान नहीं दिया जाता है। वार्डवासी प्रफुल्ल योगी ने बताया कि उनके घर के आसपास हमेशा गंदगी बनी रहती है। शिकायतें करने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं होता है।
वार्ड 4 को स्वच्छ वार्ड के तहत तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। इस वार्ड की स्थिति भी यही है। वार्ड में नागरिकों के घरों के आसपास कचरा पड़ा हुआ है। खाली प्लाटों पर कचरा जमा हुआ है। जिसकी सफाई नगर परिषद न तो स्वयं करा रही है, न ही संबंधित प्लाट मालिकों से करा सकी है। ऐसे में वार्ड को स्वच्छता के लिए पुरस्कृत किए जाने का कोई औचित्य नहीं है। वार्ड में भाजपा समर्थित पार्षद आशीष अग्रवाल है। जिन्होंने स्वच्छता के मामले में कई स्थानों पर संतुष्टि तो कई पर असंतुष्टि जताई है।
लावारिस पड़ी कचरा साइकिल –
घरों से कचरा उठाने के लिए नगर परिषद द्वारा साइकिलों को क्रय किया गया था, लेकिन यह वार्डो में लावारिश पड़ी है। जो अनुपयोगी साबित हो रही है। वार्ड 8 में पार्षद के घर के पास एक खाली प्लाट पर साइकिल खराब अवस्था में पड़ी है। जहां न तो साइकिल की सीट है और नहीं पहिए सही है। ऐसे में परिषद द्वारा सफाई के उद्देश्य से लाखों खर्च कर संसाधन तो उपलब्ध करा लिए जाते है, लेकिन उनका सही उपयोग नहीं कराया जाता है। जिससे राशि का भी दुरूपयोग होता है।
पार्षदों का कहना है-
अतिरिक्त सफाई कराने की आवश्यकता है, जिसकी भी व्यवस्था नगर परिषद नहीं कर पाई है। स्वच्छता का इनाम दिया, किस आधार पर दिया, यह नहीं पता।
कपिल साकले, सभापति एवं पार्षद, वार्ड 8
सफाई में कुछ स्थानों पर संतुष्टि है। हालांकि अभी भी सफाई की आवष्यकता है। वार्ड को स्वच्छता के लिए पुरस्कृत किए जाने से संतुष्ट है।
आशीष अग्रवाल, पार्षद, वार्ड 4
इनका कहना है-
स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित किए जाने के उद्देश्य से वार्डो को पुरस्कृत किया गया है। यह वार्ड नगर के अन्य वार्डो की अपेक्षा अधिक स्वच्छ है।
एआर सांवरे, सीएमओ, नपं खिरकिया
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