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दैवेभो हड़ताल पर गए तो व्यवस्था लडख़ड़ाई

locationहरदाPublished: Jan 28, 2018 03:15:53 pm

Submitted by:

sandeep nayak

अफसरों के आश्वासन पर धरना हुआ समाप्त शहर के अलावा खिरकिया व टिमरनी में लडख़ड़ाई पेयजल व सफाई व्यवस्था एसडीएम व तीनों निकाय के सीएमओ ने हड़ताली कर्मचार

Drinking Water and Sanitation

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हरदा. भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर जिले की नगरीय निकायों में कार्यरत ५१३ दैनिक वेतनभोगियों के शनिवार सुबह से हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाएं लडख़ड़ा गईं। शहर के कई क्षेत्रों में पेयजल वितरण नहीं हो सका। वहीं सफाई कार्य भी प्रभावित रहा। यही हाल टिमरनी और खिरकिया में भी रहे। हालांकि दोपहर तक प्रशासन व निकायों की ओर से लिखित आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल खत्म हो गई।
पूर्व घोषणा के अनुसार दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी शनिवार सुबह से शहर के वीर तेजाजी चौक पर धरने पर बैठ गए। यहां सभा भी की गई। भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष अमृत पटेल व जिला मंत्री जितेंद्र सोनी ने बताया कि दैनिक वेतनभोगियों की समस्याओं का निराकरण कराने को लेकर नगरीय निकायों व जिला प्रशासन को कई बार लिखित ज्ञापन दिए गए। इसके बावजूद भी इनका निराकरण नहीं हो सका। जिसके चलते संघ को हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा।
हड़ताल पर बैठने के बाद अधिकारी हरकत में आए। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम जेपी सैयाम व तीनों नगरीय निकाय के सीएमओ धरना स्थल पर पहुंचे थे। सभी ने आपसी सहमति से संघ को लिखित आश्वासन दिया। छह सूत्रीय मांगों में पहली मांग नियमितीकरण को लेकर थी। एसडीएम ने 29 जनवरी को खिरकिया एवं टिमरनी व 30 जनवरी को हरदा नपा कर्मचारियों को नियमित करने को कहा। टिमरनी नप के कर्मचारियों को विशेष भत्ता फरवरी के वेतन में तथा एरियर राशि मार्च में देने की बात कही गई। अन्य मांगों का भी निराकरण करने का आश्वासन मिलने पर हड़ताल समाप्त की गई।

नपा ने कराई उद्घोषणा, नागरिक मदद को आएं
इधर, कर्मचारियों की हड़ताल से शहर की पेयजल व सफाई व्यवस्था लडख़ड़ा गई। शहर के कई क्षेत्रों में पानी नहीं बंटा। वहीं सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई। इससे निपटने के लिए नपाध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने शहर में उद्घोषणा कराके नागरिकों व स्वयंसेवी संगठनों को दोपहर 2 बजे पानी टंकी पहुंचने का आग्रह किया, ताकि अपने दम पर व्यवस्थाएं लागू की जा सकें। इससे पहले ही हड़ताल समाप्त होने से यह नौबत ही नहीं आई।
कांग्रेस ने प्रशासनिक व राजनीतिक विफलता बताया
इधर, कांग्रेस ने दैनिक वेतनभोगियों की हड़ताल को प्रशासनिक व राजनीतिक विफलता का नतीजा बताया। जिला प्रवक्ता आदित्य गार्गव के मुताबिक लंबे समय से तीनों निकायों के कर्मचारी अपनी न्यायसंगत मांगों को लेकर शासन एवं संबंधित निकाय के अध्यक्ष सहित सीएमओ को अवगत कराते रहें हैं। इसके बावजूद कर्मचारियों का नियमितीकरण एवं विनियमितीकरण नहीं हुआ। गार्गव ने नपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन एवं भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे नपा एवं जिले के प्रशासनिक कार्यों में खुली दखलंंदाजी करते हैं, लेकिन कर्मचारियों की इन वाजिब मांगों की जानकारी होने के बावजूद भी उन्हें पूरी न करा पाना संवेदनहीनता दर्शाता है।
टिमरनी में भी लडख़ड़ाई व्यवस्थाएं
टिमरनी. नगर परिषद में कार्यरत जल प्रदाय शाखा, निर्माण विभाग व उद्यान शाखा के समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाएं लडख़ड़ा गईं। कर्मचारियों ने आंदोलन संबंधी सूचना का पत्र नप कार्यालय में चस्पा कर दिया था। शनिवार को वे हड़ताल पर चले गए। दोपहर बाद उन्होंने हड़ताल स्थगित कर। सफाई कर्मचारियों ने बताया कि 31 जनवरी तक मांगों पर अमल नहीं हुआ तो दोबारा कामबंद हड़ताल शुरू करेंगे। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल पर जाने से नगर में गंदगी के ढेर पड़े रहे, जिसे उठाने वाला कोई नहीं मिला।
सड़कों पर जमा रहे गंदगी के ढेर
खिरकिया. नगर परिषद के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से सड़कों पर गंदगी के ढेर जमा रहे। पेयजल व्यवस्था भी प्रभावित हुई। पंपों से पेयजल सप्लाई भी नहीं हुई। जिससे नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि नगर परिषद द्वारा दोपहर में कुछ क्षेत्रों सप्लाई शुरू की गई। गांधी चौक पर एकत्रित होकर नगर परिषद द्वारा नियमितीकरण नही किए जाने को लेकर धरना भी दिया गया।
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