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तेज रफ्तार बस ने स्कूटी को टक्कर मारी, दो छात्राएं घायल, एक गंभीर

locationहरदाPublished: Aug 09, 2018 11:30:48 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

नेशनल हाईवे के शहरी क्षेत्र में वाहनों की तेज रफ्तार पर नहीं लग रहा अंकुश

Fast speed bus collided with the scooter

तेज रफ्तार बस ने स्कूटी को टक्कर मारी, दो छात्राएं घायल, एक गंभीर

हरदा. शहरी क्षेत्र में वाहनों की रफ्तार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार शाम साढ़े 4 बजे तेज रफ्तार बस ने स्कूटी को टक्कर मार दी। इस दौरान स्कूटी सवार दो छात्राएं बुरी तरह घायल हो गईं। इनमें से एक को प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अंजलि पिता संतोष तलरेजा (14) निवासी छोटी सिंधी कॉलोनी हरदा स्कूटी से अपनी दोस्त नंदनी पिता महेश लेखवानी (15) के साथ सांई मंदिर की ओर से लौट रही थी। इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर चितरा इमली तिराहे पर छात्राएं बायपास की ओर मुड़ रही थी इसी दौरान पीछे से आ रही यादव ट्रैवल्स की बस क्रमांक एम पी 09 एफ ए 8 441 ने स्कूटी को टक्कर मार दी। घटनास्थल के पास एक भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे में हादसा कैद हो गया। इसे देखकर जाना जा सकता है कि टक्कर कितनी तेज थी। इंदौर की ओर से आ रही बस रॉन्ग साइड से आगे बढ़ी और स्कूटी को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वाहन सवार अंजलि व उसकी दोस्त नंदनी उछलकर दूर फिकाई। दुर्घटना में अंजलि के सिर व हाथ में गंभीर चोट आई है। वहीं नंदनी को पीठ में गहरी चोट लगी। दोनों को राहगीरों ने ऑटो से जिला अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान उनके परिजनों को भी खबर दी गई। परिजनों के मुताबिक छात्राएं कोचिंग जाने का कहकर घर से निकली थी। अंजलि को इंदौर रैफर किया गया है। जबकि नंदनी को शहर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।
शहरी क्षेत्र में नहीं रहता गति पर नियंत्रण
बायपास न होने से इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग व होशंगाबाद-खंडवा स्टेट हाईवे का ट्रैफिक शहरी क्षेत्र से गुजरता है। इस दौरान बस और डंपरों की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं रहता। टाइम मिलाने के फेर में बस चालक रिहायशी क्षेत्र में भी तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं। इसके चलते आए दिन छुटपुट हादसे होते रहते हैं। चौराहे पर तैनात पुलिस जवान भी मूकदर्शक बने रहते हैं।
बेरोकटोक दौड़ रहे कंडम वाहन
सड़कों पर कंडम वाहन भी बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। ग्रामीण रूटों पर चलने वाली बसों की हालत भी बेहद खराब है। इसमें सवार यात्रियों की जान पर खतरा मंडराता रहता है। वहीं सड़क पर निर्माण सामग्री ढोने वाले वाहन के चालक भी रोत यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। इन पर कड़ी कार्रवाई नहीं किए जाने से जरा सी चूक से छोटे वाहन चालकों की जान पर बन आती है।
स्कूली ऑटो में भी बैठाए जा रहे क्षमता से अधिक बच्चे
स्कूली ऑटो व अन्य वाहनों में भी यातायात नियमों का पालन नहीं हो रहा। इनमें क्षमता से अधिक बच्चे बैठाए जा रहे हैं। बच्चों को पीछे की ओर इस तरह बैठाया जाता है कि दचका लगते ही वे धड़ाम से गिरें। यातायात पुलिस की इस दिशा में अनदेखी हादसे का कारण बन सकती है।
जांच अभियान पर उठे सवाल
यातायात पुलिस और परिवहन विभाग रोज जांच अभियान चला रहे है। इसके बावजूद शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार नहीं दिखता। अमला वाहनों के दस्तावेजों की जांच तो करता है, लेकिन तेज रफ्तार वाहनों के गति नियंत्रण को लेकर कार्रवाई नहीं की जाती। प्रतिबंधित क्षेत्र में भारी वाहनों के प्रवेश व प्रेशर हॉर्न के उपयोग को रोकने को लेकर भी नरम रुख अपनाया जाता है।
इनका कहना है
पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत तेज रफ्तार वाहनों सहित अन्य पर कार्रवाई की गई। चालकों के लाइसेंस भी निलंबित किए गए। दुर्घटना वाले स्थान चिह्नित करने सहित इस दिशा में अन्य कार्रवाई भविष्य में भी की जाएंगी।
– राकेश अहाके, जिला परिवहन अधिकारी हरदा
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