खुले में शौच करने के लिए जाते हैं रेलवे स्टेशन मास्टर
हरदाPublished: Sep 19, 2017 02:19:21 am
बैठक में स्टेशन मास्टरों ने बताईं समस्याएं, ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर शपथ ली
ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर शपथ ली
हरदा. आज भी कई छोटे रेलवे स्टेशनों पर शौचालय की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण स्टेशन मास्टरों को काम छोड़कर खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। जबकि सरकार द्वारा हर घर में लेट्रिन बनवाई जा रही है, लेकिन हमें इस सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। कोई भी कर्मचारी 8 घंटे ही ड्यिूटी करेगा। १२ घंटे की जिम्मेदारी देने पर इसका विरोध किया जाए। ऐसी समस्याएं सोमवार को स्टेशन प्रबंधक कार्यालय में हुई ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन की हरदा शाखा बैठक में स्टेशन मास्टरों ने बताईं। एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रामेश्वर सिंह ने बताया कि नए स्टेशनों पर तो रेलवे प्रशासन ने स्टेशन मास्टरों के कक्ष में ही लेट्रिन-बाथरुम की व्यवस्था की है। किंतु छोटे रेलवे स्टेशन जैसे भिरंगी, पलासनेर, डोलरिया, पगढाल, भैरोपुर स्टेशन सहित अन्य स्टेशनों पर शौचालय की सुविधा नहीं दी गई है। ऐसी स्थिति में स्टेशन मास्टरों को आज भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। वहीं जर्जर बिल्डिंग में कार्यालय का संचालन हो रहा है, जिसे दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। पुराने भवनों में शौचालय, पेयजल और रोशनी की पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने से उन्हें कार्य करने में दिक्कतें आ रही हैं। रेलवे स्टेशन पर सफाई करवाने, बुकिंग ऑफिस के कैश का रोजाना मिलान कर सुरक्षित रखने जैसे अनेक कार्यों से मुक्त करने, ताकि ट्रेनों के संचालन कार्य में व्यवधान न हो। सिंह ने कहा कि जल्द ही रेलवे बोर्ड को स्टेशन मास्टरों की समस्याओं को अवगत कराया जाएगा। यदि समस्याएं हल नहीं होती हैं तो समस्त आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मौके पर समस्त स्टेशन मास्टरों ने ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने, यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने, सुरक्षा से ट्रेनों का संचालन कराने, अन्य कर्मचारियों को भी संरक्षा से पे्ररित करने को लेकर शपथ ली गई। बैठक में स्टेशन प्रबंधक बीके उपाध्याय, यातायात निरीक्षक जेपी तिवारी, आईके यादव मंडल उपाध्यक्ष, मनोज कुमार, शाखा अध्यक्ष अश्विनी स्वामी, सचिव संजय कुमार, आरके सिंह आदि उपस्थित थे।