नहीं हुई मूंग की सरकारी खरीदी, अब तक 28 हजार मीट्रिक टन मंडियों में बिक चुका
हरदाPublished: Jul 05, 2020 09:10:45 pm
कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक महीने पहले दिए थे पंजीयन शुरू करने के निर्देश – अनुमानित 1 लाख 23 हजार 750 मीट्रिक टन हुआ है मूंग उत्पादन- किसान कम दाम पर मंडियों में मूंग बेचने को मजबूर
नहीं हुई मूंग की सरकारी खरीदी, अब तक 28 हजार मीट्रिक टन मंडियों में बिक चुका
हरदा। जिले में ग्रीष्माकालीन मूंग अब तक के सबसे ज्यादा रकबे में बोई गई। तवा कमांड की नहरों तथा अन्य जल स्रोतों से भरपूर पानी मिलने से इसका उत्पादन भी बेहतर हुआ, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू न होने से किसान इसे कम कीमत पर बेचने को मजबूर हैं।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय विधायक व कृषि मंत्री कमल पटेल ने 2 जून को घोषणा की थी कि मूंग की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। इसके पंजीयन 4 से 15 जून तक होंगे। पंजीयन की अंतिम तिथि निकल गई, लेकिन अफसर नेता इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं रहे। इस बीच बड़ी मात्रा में मूंग कृषि उपज मंडियों में बिक गया।
जून के पहले पखवाड़े में दो बार इसके न्यूनतम भाव 3100 रुपए प्रति क्विंटल रहे। इसके बाद भी कई मर्तबा ऐसी स्थिति बनी कि किसानों को उपज समर्थन मूल्य 7050 से कम दाम पर बेचना पड़ी। बताया जाता है कि इस वर्ष अधिकांश किसानों ने 2 से 5 एकड़ रकबे में मूंग की बुवाई की थी। इनका जितना उत्पादन हुआ उसके भंडारण की व्यवस्था न होने से भी वे मंडी का रुख करने लगे। इसके अलावा खरीफ सीजन की तैयारी के लिए पैसों की जरुरत को भी मूंग को जो भाव मिले, मजदूरी में उस पर बेचने का कारण बताया जा रहा है।
1 लाख 23 हजार 750 मीट्रिक टन हुआ है अनुमानित उत्पादन
जिले में पहली बार रिकार्ड 82 हजार 500 हेक्टेयर रकबे में ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी हुई थी। कृषि विभाग के अनुसार 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादन रहा। इस अनुसार 1 लाख 23 हजार 750 मीट्रिक टन अनुमानित उत्पादन रहा।
अब तक बिक चुका 28 हजार 714 मीट्रिक टन मूंग
सूत्रों के अनुसार जिले की चारों मंडियों में 1 जून से 4 जुलाई तक 28 हजार 714 मीट्रिक टन मूंग बिक चुका है। इसमें हरदा मंडी में 9267.10 मीट्रिक टन, खिरकिया मंडी में 7833.80 मीट्रिक टन, टिमरनी मंडी में 9477.50 मीट्रिक टन व सिराली मंडी में 2135.70 मीट्रिक टन मूंग बिक चुका है।
मंत्रियों की समिति ने खरीदी को हरी झंडी दी
समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी शुरू न होने के मुद्दे पर पत्रिका ने रविवार को कृषि मंत्री कमल पटेल से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरीदी शुरू करने या न करने को लेकर तीन मंत्रियों की समिति बनाई थी। इसमें उनके अलावा मंत्री नरोत्तम मिश्रा व मंत्री तुलसी सिलावट शामिल थे। समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी शुरू करने को लेकर एक राय होते हुए समिति ने पिछले सप्ताह अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को दी है। मंगलवार को आयोजित केबिनेट बैठक में संभवत: इसकी घोषणा हो जाएगी। कृषि मंत्री पटेल ने यह भी बताया कि भंडारण व्यवस्था के अभाव में खरीदी शुरू नहीं हो सकी। अब इसकी व्यवस्था भी हो गई है। जल्द ही मूंग खरीदी शुरू होगी।
इधर, खरीफ की बोवनी का कार्य पूर्ण हुआ
इस वर्ष 1 लाख 91 हजार 680 हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीते साल यह आंकड़ा 1 लाख 89 हजार 560 हेक्टेयर था। उप संचालक कृषि एमपीएस चंद्रावत ने बताया कि लक्ष्य अनुसार बोवनी का कार्य लगभग हो चुका है। सबसे ज्यादा 1 लाख 67 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की गई है। कुछ ही किसान किन्हीं कारणों से बोवनी नहीं कर पाए हैं। वे भी इस सप्ताह यह कार्य कर लेंगे।