चना खरीदी में 580 ग्राम वजन के बारदान का किसानों से लिया जा 700 ग्राम, फिर भी हो
रही घटत
हरदाPublished: Jun 01, 2020 08:31:41 pm
वारदान के वजन को लेकर समिति और किसान आमने सामनेचने में सूखत के कारण वजन में आई कमी, जांच का विषय
चना खरीदी में 580 ग्राम वजन के बारदान का किसानों से लिया जा 700 ग्राम, फिर भी हो रही घटत
खिरकिया. सेवा सहकारी समिति चौकड़ी पर पूर्व में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी में लाखों रुपए की आर्थिक अनियमितता करने का आरोप लग चुका है। समिति में पिछले वर्ष चना बेचने वाले किसानों को अभी तक अपनी उपज का भुगतान नहीं हुआ है। बावजूद इसके इस साल भी जिला सहकारी विभाग द्वारा चने की खरीदी का जिम्मा सौंप दिया है। समिति द्वारा किसानों से 50 किलो के बारदान में 700 ग्राम चना अधिक लिया जा रहा है। इसका किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि बारदान का वजन 580 ग्राम है। लेकिन समिति द्वारा प्रति बारदान की भर्ती पर 700 ग्राम से अधिक चना लिया जा रहा है। जबकि समिति का कहना है कि चना सूखने सें वारदान सहित वजन करीबन 48 किलो सें 49.5 के बीच हो जाता है। इसको लेकर समिति एवं किसान आमने सामने आ गए है। यदि इस तरह घटत प्रति वारदान होती है, तो विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी घटत होने समस्या खड़ी हो जाएगी। इसका खामियाजा किसानों को ही भुगतना पड़ सकता है।
सर्वेयर की अनुपस्थिति रात में की जा रही खरीदी-
जानकारी के मुताबिक संचालक द्वारा रात के अधेरे का फायदा उठाकर घटिया गुणवत्ता का चना भी खरीदा जा रहा है। खरीदी स्थल पर सर्वेयर मौजूद नहीं रहते है। जबकि सर्वेयर का कार्य उपज की जांच कर उसे पास या रिजेक्ट करना होता है। इस संबध में सोसायटी प्रभारी सें सर्वेयर की जानकारी मांगी गई तो वे संतुष्ट जबाव नहीं दे पाए। सोसायटी प्रबंधक दिनेश बघेल का कहना है कि कभी कभी हम्मालों की कमी से परिवहन के अभाव में घटत होती है। समिति प्रबंधक को उसकी भरपाई करना पड़ता है।
उपार्जन केन्द्र पर धूप से बचने व पेयजल की नहीं है व्यवस्था-
किसानों का कहना है कि सोसायटी संचालक द्वारा नियम कायदो को ताक पर रखकर रात में भी खरीदी की जा रही है। खरीदी स्थल पर छोटा से टेंट लगाकर औपचारिकता पूर्ण कर किसानों को सुविधाओ सें वंचित रखा जा रहा है। किसानों को धूप से बचने एवं पीने के पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं है। मजबूर किसानों को उपज बेचने के लिए भूखा प्यासा रहकर रात तक रूकना पड़ रहा है।
पिछले साल बेचे चने का अभी तक नहीं हुआ भुगतान-
गौरतलब है कि पूर्व में भी चौकड़ी सोसायटी की शिकायत किसानों द्वारा की जा चुकी है, फिर भी किसानों की उनकी उपज की राशि आज तक नहीं मिली है। हालांकि चौकड़ी समिति का कहना है कि 2019-2020 के किसानों की चना उपज की राशि आ चुकी है। शीघ्र ही किसानों को उपलब्ध करा दी जाएगी।
इनका कहना है
50 किलो की भर्ती के वारदान का वजन 700 ग्राम से अधिक तौला जा रहा है। पहले भी अधिक वजन तौला गया था।
विनोद गुर्जर, किसान
मेरी उपस्थिति में चना के बारदान का वजन तौला गया था। इसमें एक बारदान का वजन 49 किलो 720 ग्राम निकला। नियमानुसार 50 किलो 580 ग्राम होना चाहिए। बारदान में जो घटत हुई है, इसका खामियाजा सोसायटी को भुगतना पड़ेगा।
घनश्याम सोलंकी, निरीक्षक, जिला सहकारी बैंक खिरकिया
बारदान का वजन 500 सें 700 ग्राम लेते होंगे। यह देखना मेरा काम नही है। निरीक्षक का काम है
अनिल शर्मा,शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी बैंक, खिरकिया
सोसायटी द्वारा बताया गया कि वजन 49 किलो रह जाता है। इतनी घटत नही होना चाहिए। इसकी जांच कराई जाएगी।
वीपी यादव, एसडीएम, खिरकिया