रविवार से लगातार हो रही बारिश की वजह से अजनाल नदी में बाढ़ आने से निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं। यहां के रहवासियों ने राहत शिविरों में शरण ली। शहर के श्यामा नगर, चौबे कॉलोनी, मेजर जोशी कॉलोनी, रौनक विहार कॉलोनी आदि में भी जलभराव की स्थिति रही। जिनके घरों में पानी भराया वे इसे निकालने में जुटे रहे और बाकी इसकी रोकथाम के इंतजाम में पूरी रात जगे।
जेल में घुसा पानी
इंदौर रोड पर सुकनी नदी में बाढ़ आने से जिला जेल के कुछ बैरकों में पानी घुस गया है। कलेक्टर एस. विश्वनाथन और एसपी भगवत सिंह बिरदे यहां के हालात देखने पहुंचे। बताया जाता है कि कैदियों को दूसरे सुरक्षित बैरकों में शिफ्ट कराया गया। दोनों अधिकारियों ने नाव से घूमकर जिला जेल का जायजा लिया। बारिश नहीं रुकने पर हालात और बिगड़ सकते हैं। वहां एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवान तैनात हैं।
इंदौर रोड पर सुकनी नदी में बाढ़ आने से जिला जेल के कुछ बैरकों में पानी घुस गया है। कलेक्टर एस. विश्वनाथन और एसपी भगवत सिंह बिरदे यहां के हालात देखने पहुंचे। बताया जाता है कि कैदियों को दूसरे सुरक्षित बैरकों में शिफ्ट कराया गया। दोनों अधिकारियों ने नाव से घूमकर जिला जेल का जायजा लिया। बारिश नहीं रुकने पर हालात और बिगड़ सकते हैं। वहां एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवान तैनात हैं।
डीएम ने कहा कि कल बारह बजे से लगातार भारी बारिश हो रही है। साढे तीन-चार बजे के बाद सुकनी नदी का वाटर लेवल बढ़ने लगा। जेल के दो बैरक को छोड़ सभी बैरक में पानी घुस गए हैं। जिस बैरक में पानी नहीं है, वहां कैदियों को शिफ्ट किया जा रहा है। बारिश रुकने के पर वाटर लेवल कम हो रहा है। कैदियों से जेल के अंदर जाकर हमलोगों ने बात की है, वहां स्थिति नियंत्रित है।
कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने कहा कि जेल में कैदियों के लिए चाय, बिस्किट और पोहा का व्यवस्था करवा दिया गया है। लंच का भी उनके लिए व्यवस्था हो जाएगा। अभी जो ट्रेंड दिख रहा है, उससे लगता है कि जेल के अंदर से पानी कुछ घंटों में निकल जाएगा। जेल के अंदर 229 कैदी हैं, जिसमें चार महिला कैदी भी हैं। जेल अधिकारी के परिवार भी वहीं हैं। उनलोगों से शिफ्टिंग के बारे में पूछा गया तो बोले कि स्थिति अब ठीक हो रही है।