scriptदिन में मेंटेनेंस के नाम पर और रात में अघोषित कटौती कर रही बेहाल | In the name of maintenance during the day and unannounced cuts at nigh | Patrika News

दिन में मेंटेनेंस के नाम पर और रात में अघोषित कटौती कर रही बेहाल

locationहरदाPublished: Jun 03, 2023 09:04:35 pm

Submitted by:

Mahesh bhawre

हरदा। शहर और गांव में बीते करीब एक माह से बिजली की व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है। बिजली कंपनी दिन में मेंटेनेंस के नाम पर आए दिन 5 से 6 घंटे कटौती की जा रही है। इसके बाद भी दिन में ही 6 से 8 और रात में भी हर कभी अघोषित रुप से बिजली काटी जा रही है। भीषण गर्मी के बीच हो रही बेतहाशा कटौती से लोग बेहाल होने लगे हैं। रात में भी ठीक से भरपूर नींद सो नहीं पा रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी कॉल रिसीव नहीं करते हैं। हर बार फाल्ट और तकनीकी खामी का हवाला दिया जाता है। वहीं मेंटेेनेंस के दौरान कांट छांट के

 दिन में मेंटेनेंस के नाम पर और रात में अघोषित कटौती कर रही बेहाल

In the name of maintenance during the day and unannounced cuts at night


—बिजली कंपनी बीते 5 माह से लगभग हर महीने ही मेंटेनेंस के नाम पर बिजली काट रही है। ज्यादातर रविवार के दिन सुबह 9 बजे से दोपहर दो से 3 बजे तक की जाने वाली घोषित कटौती के अलावा भी शाम तक और रात में बिजली सप्लाई बिना हवा आंधी के बीच सुचारु रहेगी,इसकी कोई गारंटी नहीं है। शनिवार को शाम 5 बजे से पौने 6 बजे तक महाराणा प्रताप कॉलोनी क्षेत्र में अचानक बिजली कटौती की गई। इस क्षेत्र में 4 प्रमुख् समाचार पत्रों के आफिस हैं। खामापड़वा के संदीप डाले ने बताया कि गांवों में अघोषित कटौती के कारण इंवर्टर तक पूरी तरह चार्ज नहीं हो पा रहे हैं,जिससे दिन में परेशानी होती है। हैरत की बात यह है कि जिस क्षेत्र में बिजली कंपनी दिन में मेंटेनेंस करती है,उन्हीं इलाकों में शाम से पहले दिन में कई बार और रात में भी 4 से 6 बार अघोषित कटौती होना अब आम समस्या है।
बाक्स में
बिजली कंपनी ने गुरुवार को मेंटेनेंस के दो दिन पहले कटौती की। इस दौरान बिजली कंपनी की टीम ने एक्सीलेंस स्कूल से सरकारी अस्पताल चौक के बीच भी पेड की टहनियां काटी और उनकी छंटनी की। पेड की पत्तियां और कचरा नीचे नाली में गिरा,जिसे दो दिन बाद भी नहीं उठाया गया। अब पत्तियां सूखने के बाद निकासी नाली को चोक कर रही है। थाना परिसर के पीछे के दुकानदार मुकेश निकुम ने बताया कि बीते पखवाड़े हाकर्स जोन के नाले पास भी पेड की कटाई का कचरा चार दिन पड़ा रहा,जो धीरे धीरे सूखकर सड़क पर फैल गया।

मेंटेनेंस के बाद 10 घंटे गुल रही बिजली:

श्यामानगर के निवासी मनोज श्रीवास,बरजोर सिंह,इंदरसिंह आदि ने बताया कि बीते सप्ताह ही उनके क्षेत्र में मेंटेनेंस के लिए करीब 5 से 6 घंटे कटौती की गई। बीते रविवार की रात को ही सुबह 5 बजे से दोपहर 3 बजे तक लगातार बिजली गुल रही। लोग पानी को तरस गए। बिजली कंपनी के अधिकारी हर बार फाल्ट ढूंढने व मरम्मत का हवाला देते रहे। उमस के बीच सभी आयु वर्ग के लोग बेहद परेशान होते हुए हैंडपंप पर पानी के लिए लगे रहे।
दिन में स्ट्रीट लाइट रोशन,रात में गुल:
शहर में स्ट्रीट लाइट का सिस्टम भी पूरा बिगड़ गया है। दिनभर बाजार क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट जलती हुई देखी जा सकती है,वहीं शाम होती ही कई कॉलोनियों की प्रमुख सड़कें और गलियां भी अंधेरे में गुम हो जाती हैं,जिससे दुर्घटना का अंदेशा बढ़ जाता है। जोशी कॉलोनी निवासी एनएस यादव ,प्रेम दुबे बताते हैं कि सेंट मेरी के पीछे से औदयोगिक क्षेत्र को जाने मुख्य रोड़ की स्ट्रीट लाइट कई खंभों पर लंबे समय से बंद है। जिससे रात में एक्सीडेंट,चोरी,लूट की आशंका बढ़ जाती है। सादानी कॉलोनी निवासी क्षमा बिल्लोरे ने कहा कि इन दिनों कॉलेज की परीक्षा चल रही है,रात की कटौती से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

इनका कहना है
शहर और गांव में अघोषित कटौती हो रही है। आए दिन मेंटेनेंस के नाम पर भी लंबी कटौती की जा रही है। इसके बाद भी हर कभी बिजली गुल हो जाती है। अधिकारी न तो कारण बताते हैं न कोई संतोषजनक जवाब देते हैं। एडीएम को ज्ञापन दिया है,जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी तो आंदोलन करेंगे।
-गगन अग्रवाल,प्रवक्ता,जिला कांग्रेस हरदा


इनका कहना है

शहर में 7 फीडर हैं। सभी को 2-2 बार मेंटेनेंस हो गया है। इससे ट्रिपिंग की शिकायत कम हुई है। दो साल से मेंटेनेंस नहीं हुआ था,इस कारण इस बार बारिश में सुविधा रहे,इसके लिए अभी यह किया जा रहा है। मेंटेनेंस के लिए लिया जाने वाला समय भी काफी कम है,लेकिन जनता का ध्यान रखना होता है। मेंटेनेंस के बाद कचरा नपा को उठाना चाहिए। बारिश में बेहतर सप्लाई मिले,इसके प्रयास जारी हैं।
-आरके अग्रवाल,डीजीएम,बिजली कंपनी हरदा

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