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सिविल सर्जन पर भड़के कलेक्टर, बोले- आप सो रहे हो, अस्पताल के बारे में कुछ पता नहीं

locationहरदाPublished: Sep 20, 2018 11:28:06 am

Submitted by:

sanjeev dubey

एक कमरे में बैठकर गप्प लगा रहे थे डाक्टर, मरीज हो रहे थे परेशान

Inspecting the Collector in District Hospital

सिविल सर्जन पर भड़के कलेक्टर, बोले- आप सो रहे हो, अस्पताल के बारे में कुछ पता नहीं

हरदा. जिला अस्पताल में मरीज भगवान भरोसे हैं और डाक्टर मस्त। गुरुवार को खुद कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने अस्पताल के औचक निरीक्षण में यह हालात देखे। सभी डाक्टर अपने ड्यूटी रूम की जगह एक कक्ष में बैठकर हंसी-ठहाके लगा रहे थे और मरीज उनके इंतजार में कतार में खड़े थे। जगह-जगह गंदगी पड़ी थी। हालात देखकर कलेक्टर का पारा चढ़ गया और सिविल-सर्जन डॉ. एसके सेंगर की जमकर लू उतारी। बोले- सेंगर आप सो रहे हो…आपको अस्पताल के बारे में कुछ पता भी है या नहीं। इस पर एक डाक्टर ने गुस्से को और भड़काने का काम किया। वह कलेक्टर को ही जबाव दे बैठा। उसने कहा- क्या आप अस्पताल ठीक करने आए हो, इस पर कलेक्टर और एडीएम भड़क गए। उसकी जमकर खबर ली। फिर मौके पर आर्थिक से लेकर सभी मामलों की जांच करने के निर्देश जारी किए।
कलेक्टर विश्वनाथन बुधवार दोपहर एडीएम बाबूलाल कोचले के साथ जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। अस्पताल में नई सोनोग्राफी मशीन अभी तक नहीं लगाने के सवाल पर सिविल सर्जन द्वारा बजट नहीं होने की जानकारी देने पर कलेक्टर ने डांट दिया की आपको कुछ पता नहीं है।
एक कमरे में बैठकर बातें कर रहे थे डॉक्टर
दोपहर 12.45 बजे कलेक्टर विश्वनाथन अचानक जिला अस्पताल में पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों के चेंबर में जाकर देखा तो कोई भी डॉक्टर अपने कक्ष में नहीं था। वहीं मरीज इलाज कराने के लिए लाइन में खड़े थे। जैसे ही उन्होंने डॉक्टर चेंबर के बाजू वाले कमरे में प्रवेश किया तो सभी डॉक्टर यहां बैठकर बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोग इलाज कराने के लिए चेंबरों के बाहर खड़े हुए हैं और आप लोग यहां गप्पे लगा रहे हो। सरकार ने आप लोगों को इलाज करने के लिए रखा है ना कि यहां बैठने के लिए। एक भी डॉक्टर सबके एक ही कमरे में होने कारण नहीं बता पाया। कलेक्टर ने चेतावनी दी कि यदि दोबारा इस तरह की लापरवाही दिखी तो उन्हें सिंगरोली या नीमच भेज दूंगा।
साहब…डॉक्टर नहीं आए तो प्राइवेट में ले गए बेटी को
12.59 बजे कलेक्टर अस्पताल के महिला वार्ड में पहुंचे। मरीजों से बात की। तभी वार्ड में भर्ती सुमन पिता विजय निवासी टिमरनी की मां ने कहा कि साहब मंगलवार शाम को बेटी को भर्ती कराया था, लेकिन कोई भी डॉक्टर बुधवार 12 बजे तक देखने के लिए नहीं आया। पेट में ज्यादा दर्द होने के चलते उसे प्राइवेट अस्पताल में दिखाने के लिए ले गए, जहां उनके 2500 रुपए लग गए। ज्यादा पैसे नहीं होने से वह फिर से जिला अस्पताल में आ गए। यह सुनकर कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. सेंगर को फटकार लगाते हुए डॉक्टर की विजिट नहीं होने के बारे में पूछा। उन्होंने डॉ. शैलेंद्र ठाकुर को राउंड करने की बात बताई। इस पर कलेक्टर ने डॉ. ठाकुर को मौके पर बुलवाया और नहीं आने की वजह पूछी। ठाकुर ने कहा कि वह डायलिसिस में रोगियों की डायलिसिस करा रहे थे, इसलिए नहीं आ पाए। वहीं भर्ती मरीजों ने नर्सों की शिकायत की। उन्होंने कहा कि स्लाइन खत्म होने पर वह निकालने के लिए नहीं आती हैं। कलेक्टर ने ड्यिूटी पर मौजूद तीनों नर्सों को बुलाकर ढंग से काम करने की हिदायत दी।
एक माह से सोनोग्राफी नहीं हुई
दोपहर 1 बजे महिला वार्ड में शहर के अन्नापुरा में रहने वाली शहीदा बी ने कलेक्टर को बताया कि उसकी एक महीने में भी सोनोग्राफी नहीं हुई है। उसे सोनोग्राफी के लिए चार बार डेट दी गई, लेकिन नहीं की गई। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को आज ही महिला की सोनोग्राफी कराने के निर्देश दिए।
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क्या आप अस्पताल सुधारने आए हो…भड़के कलेक्टर और एडीएम
दोपहर 1.१२ बजे महिला वार्ड से कलेक्टर विश्वनाथन नीचे आ रहे थे, वहीं उनके साथ डॉ. शैलेंद्र ठाकुर चल रहे थे। कलेक्टर ने डॉ. ठाकुर से कहा कि वार्ड में समय पर राउंड पर नहीं आते हो, ऐसा कैसे चलेगा। जिस पर ठाकुर ने जवाब देते हुए कहा, क्या आप अस्पताल सुधारने आए हो। यह सुनकर कलेक्टर और एडीएम भड़क गए। एडीएम नेे डॉ. ठाकुर से कहा कि तुम्हें पता है किससे बात कर रहे हो, तुम्हें बात करने के तमीज नहीं है। उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. सेंगर को बुलाकर डॉ. ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा।
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सोनोग्राफी डॉक्टर की ड्यिूटी नाइट में नहीं लगाए
जिला अस्पताल में सोनोग्राफी नहीं होने की शिकायत पर कलेक्टर डॉ. विश्वनाथन ने सिविल सर्जन से कहा कि आप लोग सोनोग्राफी डॉक्टर की ड्यिूटी नाइट में क्यों लगाते हो। इसके कारण अगले दिन मरीजों की सोनोग्राफी नहीं होती है। उक्त डॉक्टर की ड्यिूटी नाइट में नहीं लगाए। वार्ड में भर्ती मरीजों ने कलेक्टर को बताया कि अस्पताल में समय पर सोनोग्राफी नहीं होने से वह प्राइवेट में जाकर करवा रहे हैं। कईमरीजों के पास बाहर की सोनोग्राफी की रिपोर्ट मिली। उन्होंने सिविल सर्जन से कहा कि नईमशीन क्यों नहीं लगाई। जिस पर डॉ. सेंगर ने कहा कि बजट नहीं है। यह सुनकर कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों का 7 लाख की नईमशीनें मिल गईहैं। आप काम नहीं कर रहे हो, बल्कि सो रहे हो। आपको अस्पताल के बारे में कुछनहीं पता।
इनका कहना है
जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पर यहां पर डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिली। हर जगह पर गंदगी नजर आई। मरीजों ने डॉक्टरों द्वारा इलाज नहीं देने की शिकायतें की हैं। मैने सिविल सर्जन और डॉक्टरों को ठीक ढंग से काम करने की चेतावनी दे दी है। यदि इसके बाद भी अव्यवस्थाएं देखने को मिली तो इनके खिलाफकार्रवाईकी जाएगी।
एस.विश्वनाथ, कलेक्टर, हरदा
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