एक दिन में 45 स्कूलों का निरीक्षण!
टिमरनी ब्लाक के विभिन्न दलों ने 7 फरवरी को अधिकतम 45 स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान 3 शिक्षक अनुपस्थित मिले। वहीं हरदा में इस दिन सात शिक्षक समय पर स्कूल में नहीं मिले।
टिमरनी ब्लाक के विभिन्न दलों ने 7 फरवरी को अधिकतम 45 स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान 3 शिक्षक अनुपस्थित मिले। वहीं हरदा में इस दिन सात शिक्षक समय पर स्कूल में नहीं मिले।
सर्विस ब्रेक करने और वेतनवृद्धि बंद करने के नोटिस जारी हो रहे
समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ एचएस मीना ने स्कूल से बगैर कारण नदारद रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ केवल वेतन काटने की कार्रवाई को कमजोर बताया था। उन्होंने निर्देशित किया था कि ऐसे मामलों में शिक्षक की स्कूल से गैरमौजूदगी का कारण नियमानुसार नहीं पाए जाने पर सख्त रुख अपनाया जाए। उनके निर्देशों के तहत अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन काटने के साथ ही अब इसे डाइज नॉन (अकार्य दिवस या सर्विस का दिन अमान्य) माना जाने लगा है। डीपीसी डॉ. आरएस तिवारी के मुताबिक यह दिन ब्रेक इन सर्विस रहेगा। संबंधित शिक्षकों को इसके कारण बताओ नोटिस जारी हो रहे हैं। निरीक्षण के दौरान जिन स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता कमजोर पाई जा रही है उनके शिक्षकों को वेतनवृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस दिए जा रहे हैं।
समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ एचएस मीना ने स्कूल से बगैर कारण नदारद रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ केवल वेतन काटने की कार्रवाई को कमजोर बताया था। उन्होंने निर्देशित किया था कि ऐसे मामलों में शिक्षक की स्कूल से गैरमौजूदगी का कारण नियमानुसार नहीं पाए जाने पर सख्त रुख अपनाया जाए। उनके निर्देशों के तहत अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन काटने के साथ ही अब इसे डाइज नॉन (अकार्य दिवस या सर्विस का दिन अमान्य) माना जाने लगा है। डीपीसी डॉ. आरएस तिवारी के मुताबिक यह दिन ब्रेक इन सर्विस रहेगा। संबंधित शिक्षकों को इसके कारण बताओ नोटिस जारी हो रहे हैं। निरीक्षण के दौरान जिन स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता कमजोर पाई जा रही है उनके शिक्षकों को वेतनवृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस दिए जा रहे हैं।
हरदा बीआरसीसी का वेतन कटेगा, विभागीय जांच भी होगी
डीपीसी डॉ. तिवारी ने बताया कि कलेक्टर व जिपं सीईओ ने समीक्षा बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों को नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद हरदा बीआरसीसी पीएस केवल 7 और 8 फरवरी को निरीक्षण पर नहीं गए। केवट का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। समीक्षा बैठक में सामने आया था कि हरदा ब्लाक में जुलाई से दिसंबर तक एक भी अनुपस्थित शिक्षक का वेतन काटने की कार्रवाई नहीं की गई। जिपं सीईओ ने इस पर सख्त नाराजगी जताई थी। उनके आदेश पर बीआरसीसी केवट के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है। डीपीसी के मुताबिक जो भी जिम्मेदार निरीक्षण पर नहीं जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
डीपीसी डॉ. तिवारी ने बताया कि कलेक्टर व जिपं सीईओ ने समीक्षा बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों को नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद हरदा बीआरसीसी पीएस केवल 7 और 8 फरवरी को निरीक्षण पर नहीं गए। केवट का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। समीक्षा बैठक में सामने आया था कि हरदा ब्लाक में जुलाई से दिसंबर तक एक भी अनुपस्थित शिक्षक का वेतन काटने की कार्रवाई नहीं की गई। जिपं सीईओ ने इस पर सख्त नाराजगी जताई थी। उनके आदेश पर बीआरसीसी केवट के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है। डीपीसी के मुताबिक जो भी जिम्मेदार निरीक्षण पर नहीं जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
पांच बच्चों को पढ़ाते मिले एक शिक्षक
टिमरनी ब्लाक के बघवाड़ गांव पहुंचे डीपीसी डॉ. तिवारी को आवास कॉलोनी स्थित प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक पांच बच्चों को पढ़ाते मिले। शैक्षणिक स्तर जांचा तो बच्चों को नाम लिखना तक नहीं आ रहा था। उन्होंने तत्काल इस स्कूल को पास के ही प्राथमिक स्कूल में शिफ्ट कराया। डीपीसी ने बताया कि शुक्रवार को हरदा के प्राथमिक और माध्यमिक उर्दू माध्यम स्कूल का निरीक्षण किया तो सामने आया कि दर्ज ९८ बच्चों में से १४ बच्चे उपस्थित थे। स्कूल की एंड लाइन टेस्ट की रिपोर्ट देखी तो सामने आया कि 15 बच्चे भी हिंदी नहीं पढ़ पाते। कॉपियां गलत जांचना भी सामने आया। अतिथि शिक्षक के चार दिन से रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं मिले। स्कूल शिक्षकों को वेतनवृद्धि रोकने संबंधी नोटिस दिए जा रहे हैं।
और इधर, एसडीएम कार्यालय में अटैच पांच शिक्षकों को रिलीव किया
टिमरनी एसडीएम कार्यालय में अटैच पांच शिक्षकों को शुक्रवार को रिलीव कर दिया गया। अब ये शिक्षक अपने स्कूल पहुंचकर बच्चों को पढ़ाएंगे। ज्ञात हो कि पत्रिका ने 8 जुलाई के अंक में शासक के आदेश के बावजूद चार शिक्षकों को रिलीव नहीं किया शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया है कि शासन के आदेश के बावजूद शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है। इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एसडीएम जेपी सैय्याम ने शुक्रवार को आदेश जारी कर प्राथमिक शाला कुमरुम के सहायक अध्यापक हरीश कुमार पंवार, प्राथमिक शाला छीपानेर के सहायक अध्यापक प्रदीप कुमार गुर्जर, प्राथमिक शाला बड़झिरी के सहायक अध्यापक राजेंद्र प्रसाद दीक्षित, प्राथमिक शाला गोंदागांव कला के सहायक अध्यापक प्रशांत सातनकर व प्रधानपाठक मंगल सिंह यादव (जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय) को छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र अभियान व विधानसभा चुनाव के कार्यों से भारमुक्त किया है।
टिमरनी ब्लाक के बघवाड़ गांव पहुंचे डीपीसी डॉ. तिवारी को आवास कॉलोनी स्थित प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक पांच बच्चों को पढ़ाते मिले। शैक्षणिक स्तर जांचा तो बच्चों को नाम लिखना तक नहीं आ रहा था। उन्होंने तत्काल इस स्कूल को पास के ही प्राथमिक स्कूल में शिफ्ट कराया। डीपीसी ने बताया कि शुक्रवार को हरदा के प्राथमिक और माध्यमिक उर्दू माध्यम स्कूल का निरीक्षण किया तो सामने आया कि दर्ज ९८ बच्चों में से १४ बच्चे उपस्थित थे। स्कूल की एंड लाइन टेस्ट की रिपोर्ट देखी तो सामने आया कि 15 बच्चे भी हिंदी नहीं पढ़ पाते। कॉपियां गलत जांचना भी सामने आया। अतिथि शिक्षक के चार दिन से रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं मिले। स्कूल शिक्षकों को वेतनवृद्धि रोकने संबंधी नोटिस दिए जा रहे हैं।
और इधर, एसडीएम कार्यालय में अटैच पांच शिक्षकों को रिलीव किया
टिमरनी एसडीएम कार्यालय में अटैच पांच शिक्षकों को शुक्रवार को रिलीव कर दिया गया। अब ये शिक्षक अपने स्कूल पहुंचकर बच्चों को पढ़ाएंगे। ज्ञात हो कि पत्रिका ने 8 जुलाई के अंक में शासक के आदेश के बावजूद चार शिक्षकों को रिलीव नहीं किया शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया है कि शासन के आदेश के बावजूद शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है। इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एसडीएम जेपी सैय्याम ने शुक्रवार को आदेश जारी कर प्राथमिक शाला कुमरुम के सहायक अध्यापक हरीश कुमार पंवार, प्राथमिक शाला छीपानेर के सहायक अध्यापक प्रदीप कुमार गुर्जर, प्राथमिक शाला बड़झिरी के सहायक अध्यापक राजेंद्र प्रसाद दीक्षित, प्राथमिक शाला गोंदागांव कला के सहायक अध्यापक प्रशांत सातनकर व प्रधानपाठक मंगल सिंह यादव (जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय) को छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र अभियान व विधानसभा चुनाव के कार्यों से भारमुक्त किया है।