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प्रभारी मंत्री खिलाफ नारे लगाने वाले किसान कांग्रेस प्रदेश महासचिव बर्खास्त

locationहरदाPublished: Jan 23, 2020 10:56:17 pm

Submitted by:

rakesh malviya

जियोस की बैठक में शामिल होने आए थे प्रभारी मंत्री

प्रभारी मंत्री खिलाफ नारे लगाने वाले किसान कांग्रेस प्रदेश महासचिव बर्खास्त

प्रभारी मंत्री खिलाफ नारे लगाने वाले किसान कांग्रेस प्रदेश महासचिव बर्खास्त

हरदा. जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होने आए प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा से पार्टी विरोधी आचरण करने और उनके खिलाफ नारेबाजी करने वाले किसान कांग्रेस प्रदेश महासचिव शैलेंद्र वर्मा को संगठन ने बर्खास्त कर दिया है। संगठन के महामंत्री और कार्यालय प्रभारी रामशरण सिंह राना की ओर से गुरुवार को जारी पत्र के मुताबिक यह कार्रवाई किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविशंकर शर्मा द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई। ज्ञात हो कि 20 जनवरी को जब प्रभारी मंत्री शर्मा आमजन से मुलाकात कर रहे थे उसी दौरान वर्मा वहां पहुंचे और कुछ फोटोग्राफ्स दिखाते हुए उन पर आरोप लगाया था कि जिन्हें वे मिठाई खिला रहे हैं वे गुंडे उन्हें धमकाते हैं। वर्मा के इन आरोपों पर झल्लाए प्रभारी मंत्री ने उन्हें जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद जब पुलिस वर्मा को बलपूर्वक बाहर ले जाने लगी तो उन्होंने प्रभारी मंत्री के खिलाफ नारेबाती की थी। किसान कांग्रेस प्रदेश संगठन तक यह बात पहुंची तो जिलाध्यक्ष शर्मा से रिपोर्ट तलब की गई। शर्मा द्वारा दी गई रिपोर्ट व वीडिया क्लिपिंग अनुसार वर्मा ने प्रभारी मंत्री से कांग्रेस पार्टी द्वारा निर्धारित आचरण नहीं किया। उन्होंने पार्टी विरोधी नारे लगाते हुए कांग्रेस को लेकर अपशब्द कहे। इसी आधार पर किसान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने उन्हें संगठन से बर्खास्त कर दिया।
और इधर, दो दिन बाद पूर्व विधायक व जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने मुंह खोला
उल्लेखनीय है कि उक्त घटनाक्रम के अगले दिन विधायक कमल पटेल ने पत्रकारवार्ता में प्रभारी मंत्री शर्मा व कलेक्टर एस. विश्वनाथन को जमकर आड़े हाथ लिया था। इसके दो दिन बाद पूर्व विधायक डॉ. आरके दोगने व जिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार ने अलग-अलग बयान जारी कर विधायक पर पलटवार किया। डॉ. दोगने ने कहा कि पटेल झूठी वाहवाही लूटने के लिए जनता को गुमराह कर रहे हंै। जिला प्रशासन द्वारा उनके पुत्र सुदीप पटेल को जिलाबदर किया गया। भाजपा शासन में भी यह कार्रवाई हुई थी। विधायक को कांग्रेस पर आरोप लागने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल पूछने चाहिए। पटेल व भाजपा के सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा जिस तरह से जिला योजना समिति की बैठक का बहिष्कार किया गया उससे प्रतीत होता है कि वे जिले में कांग्रेस सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से बौखला गए हैं। उन्होंने पटेल द्वारा लगाए गए अन्य आरोपों का भी सिलसिलेवार जवाब दिया। उधर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पंवार ने अलग से बयान जारी कर प्रभारी मंत्री को जिले में घुसने नहीं देने संबंधी विधायक के बयान पर कहा कि शर्मा हरदा जिले के मूल निवासी हैं। उन्हें जिले में घुसने न देने की खुली धमकी देकर विधायक ने अपनी गुंडागर्दी का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि पटेल प्रभारी मंत्री के खिलाफ गलत बयानबाजी कर जनता का ध्यान आकर्षण करने की नाकाम कोशिश करने के बजाय अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास पर ध्यान दें तो ज्यादा बेहतर होगा।
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