गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप, रोकथाम से किए जा रहे उपाय
हरदाPublished: May 22, 2020 08:34:04 pm
कलेक्टर, एसपी सहित अधिकारियों ने किया गांवों का भ्रमण
गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप, रोकथाम से किए जा रहे उपाय
खिरकिया. गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप जारी है। टिड्डी दल ने ग्राम नीमखेड़ा, बाबर से प्रवेश किया। इसके बाद तीन भागों में बंटकर धनवाड़ा, देवपुर एवं बडऩगर की ओर बढ़ गए। टिड्डी दल हरपालिया, बडऩगर, खमलाय सालाबैड़ी से होते हुए बम्हनगांव, मांदला, हिवाला, लोनी, मरदानपुर, बैडिय़ाकला, छीपाबड़, कुड़ावा, सारंगपुर, नगावामाल, देवपुर में भी देखा गया। टिड्डी दल के प्रकोप से अपनी उपज को बचाने के लिए किसानों द्वारा तरह तरह के जतन किए जा रहे है। किसी ने कीटनाशकों का छिड़काव किया तो किसी ने ढोल, बाजे, डीजे, आग जलाकर अपनी उपज की सुरक्षा की गई। कई स्थानों पर किसानों ने टै्रक्टर चलाकर व धुंआ करके भी टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। कुछ स्थानों पर मूंग की फसल प्रभावित किए जाने की बात किसानों द्वारा कही जा रही है।
कलेक्टर एसपी ने किया गांवों का भ्रमण-
टिड्डी दल के प्रकोप को लेकर कलेक्टर अनुराग वर्मा एवं एसपी मनीष कुमार अग्रवाल ने ग्राम धनवाड़ा, देवपुर सहित अन्य ग्रामों का भ्रमण किया। रोकथाम को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम वीपी यादव, तहसीलदार अलका एक्का, नायब तहसीलदार कुलदीप सिंह, कृषि उप संचालक एमपीएस चंद्रावत, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी संजय जैन आदि मौजूद थे।
नायब तहसीलदार व पटवारियों ने किया निरीक्षण
मसनगांव. नायब व पटवारियों ने खेतों का निरीक्षण किया। तहसीलदार महेंद्र चौहान, पटवारी रेशु बड़कुल, संतोष सावनेर, दीपक ने रोलगांव पहुंचकर खेतों में निरीक्षण कर टिड्डी दल से बचाव के लिए किसानों को समझाइश दी।
किसान चिंतित
मांदला. गांव में टिड्डी दल के प्रवेश करने से किसान चिंतित है। किसानों ने थाली, ढोल बजाकर एवं धुंआ कर भगाने का प्रयास किया। मांदला, मुहाल, नीम सराय, हवाला सहित क्षेत्र के 15 किमी के दायरे में प्रकोप है।
राजस्व अमले ने किया निरीक्षण
कांकरिया. दूसरे दिन भी शुक्रवार को क्षेत्र के करणपुरा, डोमरी, पांचातलाई, बीड, रोलगांव, कांकरिया में भी टिड्डी दल दिखाई दिए। राजस्व अमले ने बीड़ एवं रोलगांव में निरीक्षण किया।
खेतों में चौकीदारी कर रहे किसान
बालागांव. सिराली, दीपगांव, महेंद्रगांव, मगरधा, झाड़पा, बालागांव, सिरकंबा सहित आसपास के ग्रामों में टिड्डी देखे गए। किसान टिड्डी दल से बचाव के लिए अपने घरों से थाली, पटाखे, ट्रैक्टर, भूसा सहित अन्य ध्वनि यंत्रों को लेकर खेतों में डेरा डाले बैठे है।