चेन क्रमांक ३००८ पर मिले ३००८ क्यूसेक पानी
जल उपभोक्ता संथा बाजनिया के निवृत्तमान अध्यक्ष दीपचंद नवाद व जल उपभोक्ता संथा रिजगांव के निवृत्तमान अध्यक्ष दिनेश लेगा के मुताबिक रबी सीजन की सिंचाई निपटने के बाद तवा बांध में पर्याप्त पानी बचेगा। लिहाजा जहां से जिले को पानी दिया जाता है उस चेन क्रमांक ३००८ (उंद्राकच्छ) पर २२५० क्यूसेक पानी दिया जाए। इससे अधिक संख्या में किसान मूंग की बुवाई कर सकेंगे। नवाद के मुताबिक पिछले साल अच्छी बारिश होने से किसानों को कई साल बाद तीसरी फसल लेने का मौका मिला है। विभाग नहरों की लाइनिंग का काम रोककर मूंग की सिंचाई के लिए पानी दे।
जल उपभोक्ता संथा बाजनिया के निवृत्तमान अध्यक्ष दीपचंद नवाद व जल उपभोक्ता संथा रिजगांव के निवृत्तमान अध्यक्ष दिनेश लेगा के मुताबिक रबी सीजन की सिंचाई निपटने के बाद तवा बांध में पर्याप्त पानी बचेगा। लिहाजा जहां से जिले को पानी दिया जाता है उस चेन क्रमांक ३००८ (उंद्राकच्छ) पर २२५० क्यूसेक पानी दिया जाए। इससे अधिक संख्या में किसान मूंग की बुवाई कर सकेंगे। नवाद के मुताबिक पिछले साल अच्छी बारिश होने से किसानों को कई साल बाद तीसरी फसल लेने का मौका मिला है। विभाग नहरों की लाइनिंग का काम रोककर मूंग की सिंचाई के लिए पानी दे।
हरदा संभाग में ६०, टिमरनी में ३२ प्रतिशत हुई लाइनिंग
ज्ञात हो कि विभाग ने हरदा संभाग की सोनतलाई, माचक व रेवापुर डिस्ट्रीब्यूटरी में लाइनिंग का कार्य शुरू कराया है। करीब 42 करोड़ की लागत से होने वाले काम में से 19 करोड़ का काम हो चुका है। कार्य पूर्णता का प्रतिशत 6 0 बताया जा रहा है। वहीं टिमरनी संभाग की हरदा, रुंदलई और अजनई डिस्ट्रीब्यूटरी में 2६ करोड़ ८१ लाख की लागत से लाइनिंग हो रही है। इसमें से ८ करोड़ ६७ लाख का काम हो चुका है। यहां कार्य पूर्णता का प्रतिशत ३२ बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक ग्रीष्मकालीन मूंग के लिए नहर का पानी देने की योजना इस अनुसार तैयार होगी कि यहां लाइनिंग का कार्य प्रभावित न हो। इधर, रबी सीजन की सिंचाई का काम लगभग पूर्ण होने से दोनों मुख्य नहरों में पानी कम किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि विभाग ने हरदा संभाग की सोनतलाई, माचक व रेवापुर डिस्ट्रीब्यूटरी में लाइनिंग का कार्य शुरू कराया है। करीब 42 करोड़ की लागत से होने वाले काम में से 19 करोड़ का काम हो चुका है। कार्य पूर्णता का प्रतिशत 6 0 बताया जा रहा है। वहीं टिमरनी संभाग की हरदा, रुंदलई और अजनई डिस्ट्रीब्यूटरी में 2६ करोड़ ८१ लाख की लागत से लाइनिंग हो रही है। इसमें से ८ करोड़ ६७ लाख का काम हो चुका है। यहां कार्य पूर्णता का प्रतिशत ३२ बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक ग्रीष्मकालीन मूंग के लिए नहर का पानी देने की योजना इस अनुसार तैयार होगी कि यहां लाइनिंग का कार्य प्रभावित न हो। इधर, रबी सीजन की सिंचाई का काम लगभग पूर्ण होने से दोनों मुख्य नहरों में पानी कम किया जा रहा है।
इनका कहना है
किसानों की मांग ज्यादा रकबे में नहर का पानी देने की है। इससे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। संभागीय बैठक में अंतिम निर्णय होगा कि जिले को कितना पानी मिलेगा।
– अमरदीप कंसोरिया, कार्यपालन यंत्री, हरदा संभाग
—
संभाग की तीनों डिस्ट्रीब्यूटरीज में लाइनिंग का कार्य रुके बगैर मूंग की सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाई जा रही है। ज्यादा रकबे में नहर का पानी मिले, इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
– एफके भिमटे, कार्यपालन यंत्री, टिमरनी संभाग
किसानों की मांग ज्यादा रकबे में नहर का पानी देने की है। इससे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। संभागीय बैठक में अंतिम निर्णय होगा कि जिले को कितना पानी मिलेगा।
– अमरदीप कंसोरिया, कार्यपालन यंत्री, हरदा संभाग
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संभाग की तीनों डिस्ट्रीब्यूटरीज में लाइनिंग का कार्य रुके बगैर मूंग की सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाई जा रही है। ज्यादा रकबे में नहर का पानी मिले, इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
– एफके भिमटे, कार्यपालन यंत्री, टिमरनी संभाग