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मूंग की आवक बढ़ी तो भाव घटने लग

locationहरदाPublished: Jun 18, 2019 12:00:48 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

सरकारी खरीदी न होने से किसानों को डेढ़ हजार रुपए क्विंटल का नुकसान हो रहा

Moong procurement at no support price

Moong procurement at no support price

हरदा. सरकार द्वारा इस साल समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी न करने से किसानों को डेढ़ हजार रुपए क्विंटल तक का नुकसान हो रहा है। यानि सरकार द्वारा समय रहते यह निर्णय नहीं लिया जाने से किसानों को मूंग औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है। जिले में मूंग के अनुमानित उत्पादन के अनुसार बिकवाली में किसानों को घाटे की यह राशि करोड़ों में होती है।
कृषि विभाग के मुताबिक जिले में १३५०० हेक्टेयर रकबे में ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई हुई थी। इसका औसत उत्पादन १२ क्विंटल प्रति हेक्टेयर बताया जा रहा है। इस अनुसार जिले में अनुमानित १ लाख ६२००० क्विंटल उत्पादन हुआ। केंद्र सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य ६९७५ रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। वहीं कृषि मंडी में बीते छह दिनों के दौरान मूंग अधिकतम ६०३१ रुपए प्रति क्विंटल बिका। उस दिन के मॉडल भाव ५९०० रुपए प्रति क्विंटल रहे थे। यानि अधिकतर किसानों ने इसी भाव मूंग बेचा। किसानों को एक से डेढ़ हजार रुपए प्रति क्विंटल का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। अनुमान के मुताबिक समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू नहीं होने से किसानों को २४ करोड़ ३० लाख रुपए का नुकसान होगा।
पांच दिन बाद मंडी खुली तो उछाल रहा, अगले दिन मंदी आई
किसानों को 2 लाख रुपए का नकद भुगतान करने संबंधी आदेश के विरोध में ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन ने 10 जून तक खरीदी नहीं की थी। अगले दिन 11 जून को मंडी खुली थी तो मूंग के भाव न्यूनतम ३३९० तथा अधिकतम ६०३१ रुपए प्रति क्विंटल रहे थे। वहीं मॉडल भाव ५९०० रुपए प्रति क्विंटल था। इसके बाद से मूंग के भाव में गिरावट दर्ज की गई। 15 जून को इसके मॉडल भाव ५३९० रुपए प्रति क्विंटल रहे।
केंद्र की गलती, किसान कांग्रेस धरना प्रदर्शन करेगी
मूंग की खरीदी समर्थन मूल्य पर शुरू नहीं होने को केंद्र सरकार से अनुमति नहीं मिलने का परिणाम बताया जा रहा है। किसान इस मामले में राज्य सरकार से नाखुश न रहें इसके लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस मैदान पकड़ेगी। किसान कांग्रेस प्रदेश सचिव मोहन विश्नोई के मुताबिक केंद्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की अनुमति नहीं दी। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। संगठन द्वारा 19 जून को कृषि मंडी में धरना-प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया जाएगा।
चना बिक्री में भी नुकसान उठा रहे किसान
समर्थन मूल्य पर चना खरीदी 6 जून के बाद से बंद है। तभी से चना के भाव में भी गिरावट रही है। समर्थन मूल्य ४६२० रुपए प्रति क्विंटल के उलट किसानों को अधिकतम ४००० रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। यह भी 11 जून को मिला था। इसके बाद 15 जून तक मॉडल भाव में २० से ५० रुपए की और गिरावट रही।
बकाया जमा कराने तक कहते रहे मूंग खरीदेंगे
हंडिया तहसील के डुमलाय चौकी गांव के किसान बद्रीप्रसाद केवट के मुताबिक सहकारी समिति के कर्मचारी पिछला बकाया जमा कराने तक कहते रहे थे कि समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी करेंगे। अब स्पष्ट मना कर रहे हैं। बैड़ी के किसान गणेश जाट ने बताया कि खरीफ की बुवाई के लिए खाद, बीज सहित अन्य सामग्री की खरीदी के लिए कम भाव पर मूंग बेचना किसानों की मजबूरी बन गया है। उन्होंने मांग की कि जिला प्रशासन के हाथ में सरकारी खरीदी शुरू कराना भले ही न हो, लेकिन अधिकारी मंडी में तो उपज के ठीक भाव दिलाएं।
सप्ताहभर में यह रहे मूंग व चना के भाव
मूंग
आवक न्यूनतम उच्चतम मॉडल भाव
११ जून २६२० ३३९० ६०३१ ५९००
१२ जून २५०६ ३३५० ५७८९ ५६४०
१३ जून ३६७८ ३१०० ५७३१ ५५३०
१४ जून २९१६ ३१०१ ५६७५ ५५६०
१५ जून २९२७ ३२०० ५७१८ ५३९०
१६ जून

चना
आवक न्यूनतम उच्चतम मॉडल भाव
११ जून ९१३ ३६०० ४१७७ ४०००
१२ जून ८७५ २७०० ४१३० ३९५०
१३ जून ११७९ २९०१ ४१११ ३९८०
१४ जून ५६७ ३२०० ४०२० ३९८०
१५ जून १०७० २६५० ४०९० ३९६०
१६ जून

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